Delhi NCR: हरियाणा के फरीदाबाद में बल्लभगढ़-सोहना रोड पर लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम से जल्द ही राहत मिलने वाली है। सरकार ने इस रोड पर 10 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड फ्लाईओवर के निर्माण का प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेज दिया है। उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में सर्वे की मंजूरी मिल जाएगी, जिसके बाद परियोजना पर तेजी से काम शुरू होगा। सलाहकार एजेंसी नियुक्त कर इस फ्लाईओवर की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाएगी।
50 हजार वाहन चालकों को मिलेगा फायदा
गुरुग्राम पीडब्ल्यूडी इस फ्लाईओवर का निर्माण करेगा, जिससे लगभग 50 हजार वाहन चालकों को जाम से राहत मिलने की उम्मीद है। बल्लभगढ़-सोहना रोड पर बीते कुछ सालों में 12 नई कॉलोनियों और रिहायशी इलाके विकसित हुए हैं। इसके अलावा, इस क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों की संख्या बढ़ने से वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ गया है। खासकर सुबह और शाम के समय सड़क पर लंबा जाम लग जाता है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है। फ्लाईओवर बनने से सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यात्रा सुगम होगी।
गुरुग्राम पीडब्ल्यूडी को सौंपा गया निर्माण कार्य
बल्लभगढ़-सोहना पाली सड़क एक टोल रोड है, जिस पर गुरुग्राम पीडब्ल्यूडी विभाग टोल वसूलता है। पहले इस एलिवेटेड फ्लाईओवर के सर्वे की जिम्मेदारी फरीदाबाद पीडब्ल्यूडी को सौंपी गई थी, लेकिन टोल रोड होने के कारण अब यह जिम्मेदारी गुरुग्राम पीडब्ल्यूडी को सौंप दी गई है। अब यह विभाग फ्लाईओवर निर्माण के सभी पहलुओं की देखरेख करेगा।
30 मीटर चौड़ी सड़क के ऊपर बनेगा फ्लाईओवर
बल्लभगढ़-सोहना रोड की चौड़ाई करीब 30 मीटर है। इस सड़क के ऊपर पिलर और गर्डर खड़े कर एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जाएगा। इस फ्लाईओवर को रेड लाइट फ्री बनाया जाएगा, जिससे वाहन चालकों को बिना रुके यात्रा करने की सुविधा मिलेगी। यह कदम न केवल समय की बचत करेगा बल्कि सड़क पर लगने वाले जाम से भी राहत दिलाएगा।
फ्लाईओवर के नीचे 19 मीटर चौड़ी सर्विस रोड
सड़क के बीच से फ्लाईओवर निकालने के बाद, इसके दोनों ओर 19-19 मीटर चौड़ी सर्विस रोड बनाई जाएगी। डीएनडी-केएमपी एक्सप्रेसवे की तर्ज पर सड़क के दोनों तरफ ग्रिल लगाई जाएगी, जिससे कोई अतिक्रमण न कर सके। इस पहल से सड़क को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद मिलेगी और सड़क किनारे होने वाले अवैध कब्जों को रोका जा सकेगा।
प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिलेगी
फ्लाईओवर बनने के बाद ट्रैफिक की रफ्तार बढ़ेगी और सड़क पर वाहनों के रुकने की जरूरत नहीं होगी। इससे वाहन कम समय में अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे और ईंधन की खपत भी घटेगी। लगातार जाम की स्थिति से छुटकारा मिलने पर वायु प्रदूषण के स्तर में भी गिरावट देखने को मिलेगी, जिससे स्थानीय निवासियों को राहत मिलेगी।
परियोजना के अगले कदम
चरणजीत राणा, कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, गुरुग्राम ने बताया कि सर्वे के आधार पर डीपीआर तैयार करने के लिए जल्द ही एक सलाहकार एजेंसी नियुक्त की जाएगी। इसके बाद टेंडर निकाले जाएंगे और अंतिम रूप से सरकार से मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद, यह परियोजना अगले कुछ महीनों में धरातल पर उतरने की संभावना है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा राहत
स्थानीय निवासियों और दैनिक यात्रियों के लिए यह फ्लाईओवर किसी वरदान से कम नहीं होगा। बल्लभगढ़-सोहना रोड पर रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं और घंटों जाम में फंसने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस फ्लाईओवर के बन जाने से न केवल समय की बचत होगी बल्कि यात्रियों का सफर भी सुगम हो जाएगा। इसके अलावा, व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को भी इस प्रोजेक्ट से फायदा होगा।