Petrol Diesel Price: 21 जनवरी 2025 को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने सुबह 6 बजे की अपडेट के बाद कीमतों को अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया. हालांकि आम जनता को पेट्रोल और डीजल के महंगे दामों से अब भी राहत नहीं मिली है.
महानगरों में पेट्रोल और डीजल के ताजा दाम
देश के प्रमुख महानगरों में 21 जनवरी 2025 को पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार हैं:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
---|---|---|
दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 103.44 | 89.97 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.85 | 92.44 |
बेंगलुरु | 102.86 | 88.94 |
लखनऊ | 94.65 | 87.76 |
नोएडा | 94.87 | 88.01 |
गुरुग्राम | 95.19 | 88.05 |
चंडीगढ़ | 94.24 | 82.40 |
पटना | 105.18 | 92.04 |
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं?
पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं.
- अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें: कीमतों का सबसे बड़ा असर कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ता है.
- सरकारी कर: केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल और डीजल पर अलग-अलग कर लगाती हैं, जो कीमतों को बढ़ाते हैं.
- रिफाइनिंग और डीलर कमीशन: कच्चे तेल को रिफाइन करने और डीलरों के कमीशन को भी कीमत में जोड़ा जाता है.
आखिरी बार कब घटे थे दाम?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आखिरी बार 14 मार्च 2024 को बदलाव किया गया था.
- कटौती: उस समय तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ₹2 प्रति लीटर की कटौती की थी.
- तब से स्थिरता: इसके बाद से कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है.
रोजाना अपडेट होती हैं कीमतें
पेट्रोल और डीजल के दाम रोज सुबह 6 बजे अपडेट किए जाते हैं.
- कीमतों में बदलाव: अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव होता है, तो इसका असर स्थानीय कीमतों पर भी पड़ता है.
- वेबसाइट पर अपडेट: तेल कंपनियां अपनी वेबसाइट पर ताजा रेट्स प्रकाशित करती हैं.
घर बैठे ऐसे चेक करें अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के दाम
आज के डिजिटल युग में आप अपने शहर के पेट्रोल और डीजल के ताजा दाम घर बैठे जान सकते हैं.
एसएमएस के जरिए
- इंडियन ऑयल (IOC): RSP <शहर कोड> लिखकर 9224992249 पर भेजें.
- भारत पेट्रोलियम (BPCL): RSP <शहर कोड> लिखकर 9223112222 पर भेजें.
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL): HPPRICE <शहर कोड> लिखकर 9222201122 पर भेजें.
- वेबसाइट के जरिए: ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ताजा रेट देख सकते हैं.
क्यों नहीं मिल रही आम जनता को राहत?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में स्थिरता का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता है.
- करों का बोझ: केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स की वजह से भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर की तुलना में काफी ज्यादा हैं.
- कंपनियों की लागत: रिफाइनिंग, परिवहन और डीलर मार्जिन की लागत भी कीमतों में इजाफा करती है.
बढ़ते दामों का असर
महंगे पेट्रोल और डीजल का सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था और आम आदमी की जेब पर पड़ता है.
- मंहगाई बढ़ती है: परिवहन लागत बढ़ने से खाद्य पदार्थ और अन्य वस्तुएं महंगी हो जाती हैं.
- आम आदमी पर असर: घरेलू बजट पर दबाव बढ़ता है, जिससे बचत कम होती है.
- उद्योगों पर असर: ट्रांसपोर्ट और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की लागत बढ़ जाती है.
सरकार से उम्मीद
देश में पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों से राहत के लिए जनता की उम्मीदें सरकार पर टिकी हैं.
- करों में कटौती की जरूरत: केंद्र और राज्य सरकारें टैक्स में कमी करके कीमतें कम कर सकती हैं.
- वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत: इलेक्ट्रिक वाहनों और वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देकर तेल पर निर्भरता घटाई जा सकती है.