Public Holiday: उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी 2025 में सरकारी कर्मचारियों और छात्रों के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. यह खबर सरकारी दफ्तरों, स्कूल-कॉलेजों और अन्य संस्थानों में काम करने वाले लोगों के लिए राहतभरी साबित होगी. सरकारी कैलेंडर के अनुसार, 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा. इस अवकाश से लोगों को अपने धार्मिक अनुष्ठान करने और त्योहार का आनंद लेने का अवसर मिलेगा.
महाशिवरात्रि के दिन रहेगा सार्वजनिक अवकाश
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक है, जिसे पूरे देश में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. इस पर्व का विशेष महत्व है, क्योंकि यह भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का दिन माना जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने 26 फरवरी 2025 को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.
महाशिवरात्रि का महत्व और पूजन विधि
महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं और शिव मंदिरों में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और धतूरा चढ़ाने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. रात्रि के चार प्रहरों में शिव पूजन का विशेष महत्व बताया गया है.
गोंडा जिले में महाशिवरात्रि का खास आयोजन
गोंडा जिले के ऐतिहासिक पांडव कालीन शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि के दिन विशेष पूजन अर्चना की जाती है. इस दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पृथ्वी नाथ मंदिर और दुखारन नाथ मंदिर में दर्शन करने आते हैं. ये दोनों मंदिर एशिया के प्राचीन शिवलिंगों में गिने जाते हैं. भक्तजन यहां जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं.
महाशिवरात्रि के दिन उपवास का महत्व
महाशिवरात्रि के दिन उपवास रखने का विशेष महत्व है. इस दिन महिलाएं और पुरुष व्रत रखते हैं और शिव जी की अराधना करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. कुछ श्रद्धालु फलाहार करते हैं, जबकि कुछ पूरे दिन बिना अन्न ग्रहण किए भगवान शिव की पूजा-अर्चना में लीन रहते हैं. रात्रि के समय भजन-कीर्तन और जागरण का आयोजन भी किया जाता है.
महाशिवरात्रि पर प्रमुख धार्मिक स्थल और आयोजन
देशभर में महाशिवरात्रि के अवसर पर कई बड़े धार्मिक आयोजन होते हैं. वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर, उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर, ओंकारेश्वर, बैद्यनाथ धाम, केदारनाथ और सोमनाथ जैसे प्रसिद्ध शिव मंदिरों में लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचते हैं. इन स्थानों पर विशेष पूजा-पाठ, अभिषेक और शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जाता है.
छुट्टी का लाभ उठाकर श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
26 फरवरी 2025 को घोषित इस सार्वजनिक अवकाश का लाभ उठाकर श्रद्धालु अपने नजदीकी शिव मंदिरों में जाकर दर्शन कर सकते हैं. सरकारी कर्मचारियों और छात्रों को इस दिन आराम और पूजा-अर्चना करने का अवसर मिलेगा. खासतौर पर वे लोग जो रोजमर्रा की व्यस्त दिनचर्या में धार्मिक अनुष्ठानों के लिए समय नहीं निकाल पाते, वे इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं.
यात्रा की योजना बनाकर करें धार्मिक स्थल का भ्रमण
महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालु अपने परिवार के साथ धार्मिक स्थलों की यात्रा भी कर सकते हैं. यदि आप उत्तर प्रदेश में हैं, तो काशी विश्वनाथ, अयोध्या, मथुरा या प्रयागराज जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं. यह न केवल आध्यात्मिक शांति देगा, बल्कि धार्मिक संस्कृति को नजदीक से जानने का भी अवसर प्रदान करेगा.
सरकार की ओर से आधिकारिक घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार ने आधिकारिक रूप से यह घोषणा कर दी है कि 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के अवसर पर सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. इस घोषणा से लोगों में उत्साह देखा जा रहा है. विभिन्न संगठनों ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है.