Sone Ka Bhav: गुरुवार 27 फरवरी 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गई है. 24 कैरेट सोने का भाव 400 रुपये तक गिरकर 87,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है, जबकि 22 कैरेट गोल्ड का भाव 380 रुपये कम होकर 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है. इसी तरह, एक किलोग्राम चांदी की कीमत 98,000 रुपये से नीचे आकर 97,900 रुपये पर कारोबार कर रही है.
सोने की कीमतों में करेक्शन क्यों आया?
सोने के दामों में हालिया गिरावट का मुख्य कारण बाजार में करेक्शन है. वैश्विक बाजारों में डॉलर इंडेक्स (Gold Price Drop Reason) मजबूत होने के कारण सोने की कीमतों पर दबाव बना हुआ है. इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के सख्त रुख और ब्याज दरों में संभावित बदलाव से भी सोने के भाव प्रभावित हो सकते हैं. घरेलू स्तर पर निवेशकों की मुनाफावसूली और कम होती त्योहारी मांग भी इस गिरावट के पीछे एक बड़ा कारण है.
देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें
अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि आपके शहर में सोने का ताजा भाव क्या है. देश के बड़े शहरों में 24 और 22 कैरेट सोने के भाव इस प्रकार हैं:
| शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड (10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड (10 ग्राम) |
| दिल्ली | 80,640 रुपये | 87,960 रुपये |
| चेन्नई | 80,490 रुपये | 87,810 रुपये |
| मुंबई | 80,490 रुपये | 87,810 रुपये |
| कोलकाता | 80,490 रुपये | 87,810 रुपये |
चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट
आज चांदी के भाव में भी गिरावट दर्ज की गई है. 27 फरवरी को चांदी का दाम 97,900 रुपये प्रति किलोग्राम रहा, जो कि पिछले सत्र की तुलना में 2,000 रुपये कम है. हाल ही में चांदी की कीमत 98,000 रुपये के स्तर को पार कर गई थी, लेकिन अब इसमें करेक्शन देखने को मिल रहा है. चांदी की कीमत में उतार-चढ़ाव मुख्य रूप से औद्योगिक मांग और वैश्विक बाजार की परिस्थितियों पर निर्भर करता है. (Silver Price Today)
सोने की कीमत कैसे तय होती है?
भारत में सोने की कीमत कई कारकों से प्रभावित होती है. विदेशी बाजारों में सोने की कीमतें, रुपये और डॉलर का विनिमय दर (Gold Price Factors), सरकार के टैक्स, और मांग-आपूर्ति का संतुलन, सभी मिलकर सोने की दरों को निर्धारित करते हैं. भारत में शादी और त्योहारों के मौसम में सोने की मांग बढ़ने से इसके दाम भी बढ़ जाते हैं. फिलहाल देश में शादी का सीजन चल रहा है, जिसके चलते सोने की मांग बनी हुई है.
क्या सोने की कीमत और गिरेगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डॉलर इंडेक्स मजबूत (Gold Price Forecast) रहता है और ब्याज दरों में बढ़ोतरी होती है, तो सोने के भाव में और गिरावट आ सकती है. वहीं, अगर घरेलू बाजार में मांग बढ़ती है और वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने के दाम फिर से चढ़ सकते हैं. निवेशकों के लिए यह समय सावधानी से फैसला लेने का है.
सोने-चांदी के दाम पर क्या असर डाल सकता है?
- डॉलर इंडेक्स में बदलाव: अगर डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमत गिरती है.
- ब्याज दरों में बदलाव: अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरें बढ़ाता है, तो सोने की कीमत पर दबाव आता है.
- घरेलू मांग: त्योहारों और शादियों के सीजन में सोने की मांग बढ़ती है, जिससे कीमतों में उछाल आता है.
- वैश्विक अनिश्चितता: किसी भी वैश्विक आर्थिक संकट के दौरान निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख करते हैं, जिससे इसके दाम बढ़ सकते हैं.