Gold Silver Rate: अगर आप सोना-चांदी खरीदने या उसमें निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो ताजा भावों की जानकारी बेहद जरूरी है. आज 19 जनवरी 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में हल्का बदलाव देखने को मिला है. सोने के दाम में कमी आई है. जबकि चांदी की कीमत स्थिर बनी हुई है. आइए जानते हैं भोपाल सहित अन्य स्थानों के ताजा रेट और निवेश से जुड़े जरूरी पहलुओं के बारे में.
22 और 24 कैरेट सोने के ताजा भाव
भोपाल में 18 जनवरी 2025 को 22 कैरेट सोने का भाव ₹75,300 प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने का भाव ₹79,070 प्रति 10 ग्राम था.
19 जनवरी को यह थोड़ा घटकर 22 कैरेट सोने के लिए ₹75,150 प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने के लिए ₹78,910 प्रति 10 ग्राम हो गया है.
चांदी की कीमत स्थिर बनी हुई है और इसका भाव ₹1,04,000 प्रति किलो पर कायम है. यदि आप सोने या चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आज का दिन खरीदारी के लिए उपयुक्त हो सकता है.
सोने की शुद्धता कैसे जांचें?
सोने की शुद्धता जांचने के लिए हॉलमार्क एक प्रमाणिक तरीका है. हॉलमार्क अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) द्वारा दिया गया एक प्रमाण है. जो सोने की गुणवत्ता और शुद्धता सुनिश्चित करता है.
- 24 कैरेट: 999 हॉलमार्क (99.9% शुद्धता)
- 22 कैरेट: 916 हॉलमार्क (91.6% शुद्धता)
- 18 कैरेट: 750 हॉलमार्क (75% शुद्धता)
जब भी सोना खरीदें उसकी शुद्धता की जांच जरूर करें. हॉलमार्क वाला सोना खरीदने से आपको उसकी शुद्धता को लेकर कोई संदेह नहीं रहेगा.
22 कैरेट और 24 कैरेट सोने में क्या अंतर है?
24 कैरेट सोना: यह लगभग 99.9% शुद्ध होता है और इसमें कोई अन्य धातु नहीं होती. यह शुद्धतम रूप है, लेकिन इसकी मुलायम प्रकृति के कारण यह आभूषण बनाने के लिए उपयुक्त नहीं होता.
22 कैरेट सोना: यह 91.6% शुद्ध होता है और इसमें 9% अन्य धातुएं (तांबा, चांदी, जिंक) मिलाई जाती हैं. इसे मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए आभूषण निर्माण में उपयोग किया जाता है.
अधिकांश लोग 22 कैरेट सोने के आभूषण खरीदते हैं क्योंकि यह टिकाऊ और सुंदर होता है. यदि आप निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं, तो 24 कैरेट सोना बेहतर विकल्प हो सकता है.
सोने-चांदी की कीमतों में बदलाव के कारण
सोने और चांदी की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं. इनमें प्रमुख हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: ग्लोबल स्तर पर सोने और चांदी की कीमतें तय होती हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव सीधे इनके दाम को प्रभावित करता है.
- अमेरिकी डॉलर: डॉलर की मजबूती या कमजोरी सोने की कीमतों पर असर डालती है. जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमत बढ़ती है.
- डिमांड और सप्लाई: मांग और आपूर्ति का संतुलन भी कीमतें तय करता है.
- आर्थिक स्थिति: किसी देश की आर्थिक स्थिति, मुद्रास्फीति और ब्याज दरें सोने और चांदी की कीमतों पर प्रभाव डालती हैं.
- शादी और त्योहारों का सीजन: भारत में शादी और त्योहारों के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है जिससे कीमतों में इजाफा होता है.
सोने-चांदी में निवेश क्यों है फायदेमंद?
सोने और चांदी को हमेशा से सुरक्षित निवेश माना गया है. इनकी कीमत समय के साथ बढ़ती है और यह आर्थिक संकट के समय में भी एक स्थिर संपत्ति के रूप में काम करते हैं.
- मुद्रास्फीति के खिलाफ सुरक्षा: सोना मुद्रास्फीति के दौरान अपनी कीमत बनाए रखता है.
- सुरक्षित संपत्ति: आर्थिक अस्थिरता के दौरान निवेशक सोने-चांदी में पैसा लगाना पसंद करते हैं.
- लिक्विडिटी: इन्हें आसानी से नकद में बदला जा सकता है.
निवेश से पहले ध्यान देने योग्य बातें
- शुद्धता जांचें: हॉलमार्क वाले सोने में ही निवेश करें.
- मौजूदा कीमत की जानकारी लें: निवेश से पहले ताजा भावों की जांच करें.
- लंबी अवधि का दृष्टिकोण: सोने और चांदी में निवेश लंबी अवधि के लिए करना अधिक लाभकारी होता है.
- अन्य विकल्पों पर विचार करें: गोल्ड ईटीएफ या डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्पों पर भी विचार करें.
सोने और चांदी के लिए भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने-चांदी की कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं. वैश्विक बाजार और भारतीय आर्थिक स्थिति पर नजर रखते हुए निवेश करें. यदि आप सोने-चांदी में निवेश की सोच रहे हैं, तो यह सही समय हो सकता है.