Fake Degree Teacher: राजस्थान सरकार ने फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी पाने वाले 134 शारीरिक शिक्षकों और 30 अन्य कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए कहा कि इन शिक्षकों और कर्मचारियों से अब तक उठाए गए वेतन और सरकारी खर्च की वसूली की जाएगी।
एसओजी ने किया बड़ा खुलासा
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की जांच में यह सामने आया कि 2022 में गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान पीटीआई भर्ती में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ था। एसओजी ने राजस्थान शिक्षा विभाग को एक रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें 244 शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति को फ्रॉड बताया गया था। जांच में पाया गया कि इन शिक्षकों ने बिना पढ़ाई किए फर्जी डिग्रियां खरीदीं या फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की।
134 शिक्षक बर्खास्त, जांच में सामने आए चौंकाने वाले फैक्ट
एसओजी के निर्देश के बाद राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने इन शिक्षकों की गहन जांच की। जांच में यह सामने आया कि कुल 312 शारीरिक शिक्षक अपात्र थे और फर्जी तरीके से भर्ती किए गए थे। इनमें से 244 शिक्षकों को पहले ही स्कूलों में नियुक्त किया जा चुका था। एसओजी की सिफारिश पर सरकार ने 18 जनवरी 2025 को कानूनी सलाह ली और 134 शिक्षकों को तत्काल बर्खास्त करने का फैसला लिया।
घोटाले में 30 अन्य कर्मचारी भी डिसमिस
इस घोटाले में सिर्फ शिक्षक ही नहीं बल्कि कई अन्य सरकारी कर्मचारी भी शामिल थे। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि इस मामले में 30 अन्य कर्मचारियों को भी डिसमिस कर दिया गया है। इसके अलावा, पेपर लीक मामले में संलिप्त पाए गए ओम प्रकाश नाम के एक कर्मचारी को भी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
कैसे हुआ घोटाला?
फर्जी भर्ती के इस मामले को लेकर राजस्थान में लंबे समय से विरोध प्रदर्शन चल रहा था। बेरोजगार युवाओं ने सरकार से मांग की थी कि इन शिक्षकों की डिग्रियों की जांच की जाए, क्योंकि उन्हें संदेह था कि इनकी नियुक्ति फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर हुई है।
कांग्रेस सरकार में नहीं हुई कार्रवाई
गहलोत सरकार के दौरान इस घोटाले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। विरोध प्रदर्शन करने वाले बेरोजगारों ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड और एसओजी को कई फ्रॉड सरकारी कर्मचारियों के फर्जी दस्तावेज सौंपे थे। इसी के बाद एसओजी ने इस मामले की जांच शुरू की।
फर्जी डिग्रियां कहां से आईं?
एसओजी ने अपनी रिपोर्ट में उन यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों की सूची भी सरकार को सौंपी है, जहां से फर्जी डिग्रियां तैयार की गई थीं। जांच में यह भी सामने आया कि कई शिक्षकों ने किसी भी परीक्षा में शामिल हुए बिना ही डिग्री हासिल कर ली थी।
बर्खास्त शिक्षकों पर होगी कानूनी कार्रवाई?
राजस्थान सरकार अब इन बर्खास्त शिक्षकों और निलंबित कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है। एसओजी इन शिक्षकों को गिरफ्तार भी कर सकती है और उनके खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
क्या होगी आगे की प्रक्रिया?
- सरकार इन शिक्षकों से अब तक प्राप्त वेतन की वसूली करेगी।
- फर्जी डिग्री बनवाने वाले संस्थानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
- भविष्य में सरकारी भर्तियों की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाया जाएगा।
- शिक्षा विभाग की भर्ती प्रक्रिया में सुधार लाने के लिए नई योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।