Electricity Thieves: विद्युत निगम की एकमुश्त समाधान योजना (OTS) को हल्के में लेने वाले उपभोक्ताओं को अब सतर्क हो जाना चाहिए। जिलेभर में बिजली चोरी रोकने और बकायेदारों से बकाया वसूलने के लिए व्यापक अभियान शुरू होने जा रहा है। इसके लिए कई टीमें इकठी कर ली गई हैं, और विजिलेंस टीम को भी शामिल किया गया है। जल्द ही पूरे जिले में छापामार कार्रवाई तेज कर दी जाएगी।
400 करोड़ रुपये की बकाया राशि
विद्युत निगम की एकमुश्त समाधान योजना 15 दिसंबर से शुरू की गई थी, लेकिन इसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। अभी तक जिलेभर में उपभोक्ताओं पर 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की बकाया राशि है, जबकि इस योजना के तहत अब तक केवल 42 करोड़ रुपये की ही वसूली हो पाई है। यह कन्डिशन तब है जब उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए जिलेभर में बिल जमा करने के लिए कई शिविर आयोजित किए गए थे और इसके लिए लगभग 60 टीमें लगाई गई थीं। इस खराब प्रदर्शन से विद्युत निगम के अधिकारी भी नाखुश हैं।
विद्युत निगम करेगा बड़े पैमाने पर छापेमारी
इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए विद्युत निगम ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। अब जिलेभर में छापेमारी कर बिजली चोरी करने वालों (Electricity Thieves) पर शिकंजा कसा जाएगा। साथ ही, जिन उपभोक्ताओं ने कई बार कहने के बावजूद अपना बकाया बिल जमा नहीं किया है, उनके कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी। अधिशासी अभियंता द्वितीय नागेंद्र सिंह ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और छह फरवरी से यह अभियान शुरू होने की संभावना है।
बड़े बकायेदारों के खिलाफ होगी कार्रवाई
अधिशासी अभियंता संजीव कुमार ने कहा कि जिले में बड़े बकायेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिन उपभोक्ताओं ने अब तक अपना बिल नहीं चुकाया है, उनके कनेक्शन काटे जाएंगे। हालांकि, उपभोक्ताओं को 15 फरवरी तक का समय दिया गया है कि वे अपना बकाया बिल चुकाकर एकमुश्त समाधान योजना का लाभ उठा सकते हैं।
**रामपुर में बिजली चेकिंग अभियान
बीते मंगलवार की रात विद्युत विभाग ने रामपुर जिले में खास मिशन चलाया, जिसमें 25.71 लाख रुपये की बिजली चोरी पकड़ी गई। इस मिशन की शुरुआत रात नौ बजे हुई और भोर तक चली।
1. सबसे ज्यादा चोरी रामपुर नगर क्षेत्र में
जिले में हुई इस जांच में सबसे ज्यादा 9.83 लाख रुपये की बिजली चोरी रामपुर नगर क्षेत्र में पाई गई, जबकि बिलासपुर क्षेत्र में सबसे कम 1.12 लाख रुपये की चोरी मिली।
2. 252 परिसरों की जांच, 22 मामले पकड़े गए
इस अभियान में कुल 252 परिसरों की जांच की गई, जिसमें 22 मामलों में बिजली चोरी का खुलासा हुआ। विभाग ने पाया कि चोरी के मामलों में कुल विद्युत भार 9 किलोवाट था। इस पर विभाग ने 9.83 लाख रुपये की वसूली निर्धारित की और संबंधित उपभोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
टीमों ने संभाली छानबीन की जिम्मेदारी
इस अभियान की जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता पीके शर्मा और मीटर एक्सईएन बेचनराम को सौंपी गई थी। उनके साथ उपखंड अधिकारी सचिन रस्तोगी, प्रद्युम्न सिंह और संजीव कुमार रवि ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। मुहल्ला मछली बाजार, घेर मर्दान खां और नालापार इलाकों में व्यापक जांच मिशन चलाया गया।
जल्द भरें बिल या होगी कार्रवाई
बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को चेतावनी दी है कि वे जल्द से जल्द अपने बकाया बिल जमा करें, नहीं तो कनेक्शन काटने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा, बिजली चोरी करने वालों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।