इस हवाई अड्डे पर होगी एयरफोर्स की ट्रेनिंग, 7 फरवरी तक उड़ेंगे लड़ाकू विमान Hisar Airport

Hisar Airport: महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट, हिसार से भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। चार से सात फरवरी तक यह एयरपोर्ट भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन का गवाह बनेगा। यह पूरी प्रक्रिया ट्रेनिंग के उद्देश्य से की जा रही है, जिसमें वायुसेना के पायलट उच्च तकनीकों का अभ्यास करेंगे। इस ऑपरेशन की कमान सिरसा एयर फोर्स स्टेशन के ग्रुप कैप्टन रितम कुमार संभालेंगे।

हिसार जिला प्रशासन

इस सैन्य अभ्यास को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सिरसा एयरफोर्स के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर ने हिसार जिला प्रशासन को खास रीक्वेस्ट लेटर भेजा है। इस पत्र में प्रशासन से कुछ महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की गई है, जिससे ट्रेनिंग के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। इस रीक्वेस्ट के बाद हिसार के उपायुक्त (डीसी) ने नगर निगम और पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं।

हिसार एयरपोर्ट से पांच राज्यों के लिए उड़ान योजना

हिसार एयरपोर्ट को लेकर पहले ही कई बड़े फैसले लिए जा चुके हैं। आने वाले समय में यहां से पांच राज्यों के लिए नियमित हवाई सेवाएं शुरू करने की योजना है। इससे न केवल हरियाणा बल्कि आसपास के राज्यों के लोगों को भी हवाई यात्रा की सुविधा मिल सकेगी। सरकार इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द साकार करने की दिशा में कार्य कर रही है।

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503 करोड़ की लागत से तैयार हुआ शंख आकार का टर्मिनल

हिसार एयरपोर्ट को आधुनिक बनाने के लिए सरकार ने 503 करोड़ रुपये खर्च कर एक अत्याधुनिक टर्मिनल तैयार किया है। इस टर्मिनल की खास बात यह है कि इसे शंख के आकार में बनाया गया है। इससे एयरपोर्ट को एक अनोखा और आकर्षक लुक मिलता है। इसके अलावा, यहां पर कैट टू लाइटिंग सिस्टम और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम भी स्थापित किया जा चुका है।

डीजीसीए से लाइसेंस के लिए आवेदन की तैयारी

हिसार एयरपोर्ट के लिए जल्द ही डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) में लाइसेंस हेतु आवेदन किया जाएगा। इस संबंध में एएसआई (एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया) जल्द ही आवेदन प्रक्रिया पूरी करेगी। उम्मीद है कि मार्च माह तक हिसार एयरपोर्ट को लाइसेंस मिल जाएगा, जिसके बाद यहां से कमर्शियल उड़ानों की शुरुआत की जा सकेगी।

चार से सात फरवरी तक एयरफोर्स ऑपरेशन की तैयारी

चार फरवरी से सात फरवरी तक हिसार एयरपोर्ट पर वायुसेना के लड़ाकू विमान ट्रेनिंग के लिए उड़ान भरेंगे। इस दौरान पायलटों को विभिन्न परिस्थितियों में उड़ान भरने और संचालन करने का अभ्यास कराया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों को सौंप दी है। यह अभ्यास वायुसेना की तैयारियों को और मजबूत करने के लिए किया जा रहा है।

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एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया करेगी संचालन

हिसार एयरपोर्ट के रखरखाव और संचालन की जिम्मेदारी अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) को सौंप दी गई है। हाल ही में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस संबंध में जानकारी दी थी कि एएआई ने इस प्रोजेक्ट को लेकर एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी कर दिया है। अब एएआई के अधिकारी और कर्मचारी इस एयरपोर्ट के संचालन और रखरखाव का जिम्मा संभालेंगे।

10 हजार फीट लंबा रनवे हुआ तैयार

हिसार एयरपोर्ट पर 10,000 फीट लंबा रनवे तैयार कर दिया गया है, जिससे यहां बड़े और आधुनिक विमानों का संचालन भी संभव हो सकेगा। रनवे के साथ-साथ एयरपोर्ट के अन्य बुनियादी ढांचे को भी विकसित किया गया है। पुराने पैसेंजर टर्मिनल की क्षमता को बढ़ाकर 150 यात्रियों तक किया गया है, जिससे यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा अनुभव मिल सके।

हिसार एयरपोर्ट का महत्व

हिसार एयरपोर्ट का विकास केवल कमर्शियल उड़ानों के लिए ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से भी महत्वपूर्ण है। यह एयरपोर्ट हरियाणा और आसपास के राज्यों के लिए एक बड़ा एविएशन हब बनने की ओर अग्रसर है। वायुसेना के ट्रेनिंग ऑपरेशन से यह साबित होता है कि एयरपोर्ट का इंफ्रास्ट्रक्चर सैन्य और नागरिक दोनों उद्देश्यों के लिए उपयोगी है।

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