श्री गुरु रविदास जी का प्रकाशोत्सव 12 फरवरी को पूरे पंजाब में धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस अवसर पर 11 फरवरी 2025 (मंगलवार) को श्री गुरु रविदास महाराज जी के सम्मान में नगर कीर्तन का आयोजन किया जाएगा. इस आयोजन के मद्देनजर, जिला मजिस्ट्रेट शहीद भगत सिंह नगर, राजेश धीमान ने शिक्षकों और छात्रों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है.
शहीद भगत सिंह नगर में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा
जिला मजिस्ट्रेट के आदेशानुसार, शहीद भगत सिंह नगर जिले के सरकारी, अर्द्धसरकारी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में 11 फरवरी 2025 की दोपहर में आधे दिन का अवकाश रहेगा. इस निर्णय का उद्देश्य नगर कीर्तन के दौरान शिक्षकों और छात्रों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना है. जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक और प्रारंभिक) को इन आदेशों को तुरंत लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
जालंधर जिले में पूर्ण अवकाश की घोषणा
इससे पहले, जालंधर जिले में 11 फरवरी को होने वाली शोभा यात्रा के चलते जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 11 और 12 फरवरी को पूर्ण अवकाश घोषित किया गया है. उपायुक्त के आदेशानुसार, यह अवकाश उन स्कूलों और कॉलेजों की संबंधित कक्षाओं पर लागू नहीं होगा, जहां इन तिथियों पर बोर्ड या विश्वविद्यालय की परीक्षाएं निर्धारित हैं.
प्रकाशोत्सव का महत्व और आयोजन
श्री गुरु रविदास जी का प्रकाशोत्सव उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इस दिन, भक्तजन नगर कीर्तन, भजन-कीर्तन और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं. नगर कीर्तन के दौरान, गुरु जी की पालकी को सजाया जाता है और श्रद्धालु भक्ति गीत गाते हुए शहर की सड़कों पर चलते हैं. यह आयोजन समाज में भाईचारे और एकता का संदेश फैलाता है.
छात्रों और अभिभावकों के लिए निर्देश
जिला प्रशासन द्वारा घोषित अवकाश के मद्देनजर, छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे स्कूलों और कॉलेजों के आधिकारिक नोटिस का पालन करें. जिन संस्थानों में परीक्षाएं निर्धारित हैं, वहां के छात्रों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. अभिभावक सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचें और आवश्यक दस्तावेज साथ लाएं.
सार्वजनिक परिवहन और यातायात व्यवस्था
नगर कीर्तन और शोभा यात्रा के दौरान, शहर की सड़कों पर यातायात में बदलाव हो सकता है. प्रशासन द्वारा वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जाएगी. नागरिकों से अनुरोध है कि वे प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और यात्रा के दौरान संयम बरतें. सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने वाले यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे समय से पहले अपनी यात्रा की योजना बनाएं.
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की तैयारी
प्रकाशोत्सव के सफल आयोजन के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. नगर कीर्तन और शोभा यात्रा के मार्गों पर पुलिस बल तैनात रहेगा. साथ ही, आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें.
धार्मिक सद्भाव और सामाजिक एकता का संदेश
श्री गुरु रविदास जी का प्रकाशोत्सव समाज में धार्मिक सद्भाव और सामाजिक एकता का प्रतीक है. इस अवसर पर विभिन्न समुदायों के लोग एकत्रित होकर गुरु जी के उपदेशों का स्मरण करते हैं और समाज में प्रेम, भाईचारे और समानता का संदेश फैलाते हैं. यह पर्व हमें आपसी मतभेदों को भुलाकर एकजुट रहने की प्रेरणा देता है.
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की पहल
प्रकाशोत्सव के दौरान, नगर कीर्तन और शोभा यात्रा के मार्गों पर स्वच्छता बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है. प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों द्वारा सफाई अभियान चलाए जाएंगे. नागरिकों से अनुरोध है कि वे कचरा इधर-उधर न फेंकें और पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें. प्लास्टिक के उपयोग से बचें और पुन: प्रयोज्य सामग्री का उपयोग करें.
स्वास्थ्य सेवाओं रहेगी जारी
प्रकाशोत्सव के दौरान, किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की विशेष व्यवस्था की गई है. नगर कीर्तन और शोभा यात्रा के मार्गों पर एंबुलेंस और चिकित्सा दल तैनात रहेंगे. नागरिकों से अपील है कि वे स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें.
समारोह के दौरान कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन
हालांकि कोविड-19 महामारी का प्रभाव कम हो गया है, फिर भी सावधानी बरतना आवश्यक है. प्रकाशोत्सव के दौरान, मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और हाथों की सफाई जैसे दिशा-निर्देशों का पालन करें. यदि आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो घर पर रहें और ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रमों में शामिल हों.
समारोह के लाइव प्रसारण की व्यवस्था
जो लोग नगर कीर्तन और शोभा यात्रा में शामिल नहीं हो सकते, उनके लिए प्रशासन और धार्मिक संगठनों द्वारा लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई है. आप टेलीविजन चैनलों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से इन कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण देख सकते हैं. इससे आप घर बैठे ही प्रकाशोत्सव की भव्यता का अनुभव कर सकेंगे.