School Holiday: रामनगरी अयोध्या में माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ अबाधित रूप से आती जा रही है. प्रयागराज से अयोध्या की ओर श्रद्धालुओं का प्रवाह निरंतर बना हुआ है. सोमवार को दस लाख से अधिक श्रद्धालु यहाँ पहुंचे, जिन्होंने सरयू में स्नान कर राममंदिर व हनुमानगढ़ी में दर्शन किए. भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने यातायात के डायवर्जन का दायरा बढ़ा दिया है.
यातायात में बदलाव समाधान की ओर एक कदम
अयोध्या की विभिन्न गलियों और रामपथ पर बढ़ते यातायात के दवाब को देखते हुए वाहनों की आवाजाही में बदलाव किए गए हैं. जैन मंदिर, रायगंज और तपस्वी छावनी मार्ग पर दिन भर जाम की स्थिति रही. बाईपास से आने वाले श्रद्धालुओं को फटिक शिला आश्रम की ओर मोड़ा गया, जहाँ से वे चौधरी चरण सिंह घाट और संत तुलसीदास घाट होते हुए लता चौक पहुँच रहे हैं.
राममंदिर में उमड़ी भीड़, सुरक्षा में इजाफा
राममंदिर में भोर तीन बजे से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं. दिनभर में तीन लाख से अधिक श्रद्धालु यहाँ दर्शन के लिए पहुंचे. रात्रि 11 बजे तक दर्शन होते रहे, और सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस के साथ-साथ एसपीजी और सीआरपीएफ के तीन हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं.
संकट मोचन सेना की अपील, व्यवस्थित दर्शन की ओर
अयोध्या में भीड़ का प्रवाह नियंत्रित करने में हनुमानगढ़ी अखाड़ा के नागा-साधु सहित स्थानीय समुदाय भी सहयोग कर रहा है. संकट मोचन सेना ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे लगभग 20 दिन बाद अयोध्या आएं ताकि उन्हें दर्शन में सुगमता हो.
अयोध्या की स्कूली व्यवस्था प्रशासनिक कदम
माघ पूर्णिमा के मद्देनजर जिलाधिकारी ने 11 से 14 फरवरी तक अयोध्या धाम के प्री-प्राइमरी से 12 तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. इस दौरान कोई भी शिक्षण कार्य नहीं होगा, परंतु प्रशासनिक कार्य जारी रहेंगे.
मुख्यमंत्री के निर्देश और उनकी प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मार्ग पर यातायात को सुचारु रूप से चलाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थलों का सही उपयोग सुनिश्चित किया जाए और जाम की स्थिति न बने. इसके अलावा, मेला क्षेत्र में स्वच्छता को बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया है.
इस तरह, अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ के बावजूद, समन्वित प्रयासों से स्थिति को संभालने में सक्षम नीतियाँ और उपाय किए जा रहे हैं, जिससे यातायात और भीड़ प्रबंधन में सुधार हो रहा है.