School Holiday: पंजाब सरकार ने श्री गुरु रविदास जी के प्रकाशोत्सव की आने वाली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पूरे राज्य में 12 फरवरी को अवकाश की घोषणा की है. यह दिवस संत गुरु रविदास के जन्म का प्रतीक है, जिन्होंने सामाजिक समरसता और आध्यात्मिकता के पथ पर चलकर समाज में एक नई दिशा प्रदान की. इस खास मौके पर, सरकार ने न केवल सरकारी कार्यालयों में, बल्कि निजी क्षेत्रों में भी छुट्टी का ऐलान किया है ताकि सभी लोग इस दिवस को श्रद्धा और सम्मान के साथ मना सकें .
जालंधर जिले में विशेष आयोजन और अवकाश
11 फरवरी को जालंधर जिले में श्री गुरु रविदास जी की शोभा यात्रा का आयोजन किया गया है, जिसे देखते हुए जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में भी अवकाश रहेगा. यह शोभा यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह विभिन्न समुदायों के बीच सद्भावना और एकता का प्रतीक भी है. जिला प्रशासन ने इस यात्रा के सुचारू आयोजन के लिए विशेष सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की है.
स्कूलों और कॉलेजों पर असर
उपायुक्त डॉ. हिमांशु अग्रवाल के अनुसार, इस अवकाश का उद्देश्य विद्यार्थियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना है. हालांकि, इस अवकाश का लागू नहीं होने वाला एक अपवाद है – वे सभी स्कूल और कॉलेज जहां उक्त तिथियों को बोर्ड या विश्वविद्यालय की परीक्षाएं निर्धारित हैं. इससे यह सुनिश्चित होता है कि शैक्षणिक कैलेंडर पर कम असर पड़े और विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई व्यवधान न आए.
समाज में एकता और सद्भावना का प्रतीक
इस तरह के आयोजन और अवकाश पंजाब समेत पूरे देश में विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच एकता और सद्भावना के प्रतीक के रूप में मनाए जाते हैं. यह न केवल श्री गुरु रविदास जी के आदर्शों को याद दिलाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे धार्मिक त्योहार और उनके आयोजन सामाजिक एकता को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं.
सामाजिक समरसता के लिए शिक्षा
शिक्षा के माध्यम से सामाजिक समरसता और धार्मिक सहिष्णुता की शिक्षा देना भी इस तरह के अवकाशों का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य होता है. स्कूलों और कॉलेजों में इस तरह के विशेष दिनों के माध्यम से विद्यार्थियों को न केवल अपनी संस्कृति की जानकारी मिलती है, बल्कि वे विभिन्न समुदायों की संस्कृतियों और परंपराओं को समझने का मौका भी पाते हैं.