School Holiday: पंजाब सरकार ने 26 फरवरी 2025, बुधवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर राज्य में पब्लिक हॉलिडे घोषित किया है। इस दिन सरकारी कार्यालय, प्राइवेट और सरकारी स्कूल, कॉलेज, एजुकेशनल संस्थान और अन्य व्यावसायिक इकाइयाँ बंद रहेंगी। यह घोषणा राज्य के कार्मिक विभाग द्वारा जारी की गई है। इससे राज्य के नागरिकों को इस पवित्र पर्व को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाने का अवसर मिलेगा।
चंडीगढ़ प्रशासन ने भी जारी किया अवकाश कैलेंडर
चंडीगढ़ प्रशासन ने भी वर्ष 2025 के लिए अवकाशों का कैलेंडर जारी किया है, जिसमें महाशिवरात्रि सहित कई प्रमुख त्योहारों पर पब्लिक हॉलिडे की घोषणा की गई है। प्रशासन की ओर से उपभोक्ताओं से यह अपील की गई है कि वे अपने बकाया बिलों का समय पर भुगतान करें ताकि बिजली आपूर्ति में किसी भी प्रकार की बाधा न आए और वे विभाग द्वारा प्रदान की जा रही एमनेस्टी योजना का फायदा उठा सकें।
महाशिवरात्रि 2025 का शुभ दिन
महाशिवरात्रि का पर्व इस बार 26 फरवरी 2025, बुधवार को मनाया जाएगा। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पवित्र मिलन का प्रतीक है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और रात्रि जागरण के साथ शिवजी की आराधना करते हैं। शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और अन्य पूजन सामग्रियाँ अर्पित की जाती हैं।
पंजाब सरकार ने दिया श्रद्धालुओं को खास तोहफा
पंजाब सरकार ने हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए 26 फरवरी 2025 को पब्लिक हॉलिडे घोषित किया है। इस अवकाश के चलते सरकारी कार्यालयों, सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, कॉलेजों, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य व्यावसायिक इकाइयों में छुट्टी रहेगी। इस संबंध में सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को पहले ही आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
महाशिवरात्रि पर मंदिरों में विशेष आयोजन
महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरे पंजाब के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भक्तजन भगवान शिव की आराधना करने के लिए मंदिरों में एकत्र होंगे और पूरे दिन व्रत रखकर उपवास का पालन करेंगे। मंदिरों में रुद्राभिषेक, शिव चालीसा पाठ और भजन संध्याएँ आयोजित की जाएंगी।
पंजाब में महाशिवरात्रि की परंपराएँ
पंजाब में महाशिवरात्रि पर विशेष परंपराएँ निभाई जाती हैं। इस दिन भक्तजन गंगा जल और दूध से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। कई श्रद्धालु पूरी रात जागकर शिव की उपासना करते हैं। पंजाब के कई प्रमुख शिव मंदिर जैसे कि पटियाला के काली माता मंदिर, अमृतसर के शिव मंदिर और लुधियाना के शिवालय में खास धार्मिक आयोजन किए जाते हैं।
व्रत और पूजा का विशेष महत्व
महाशिवरात्रि पर उपवास रखने का विशेष महत्व है। इसे आध्यात्मिक शुद्धि और भगवान शिव की कृपा प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। उपवास रखने वाले भक्त दिनभर फलाहार लेते हैं और भगवान शिव की भक्ति में लीन रहते हैं। शाम को मंदिरों में जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करना और रात्रि में शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।