Schools Timing Change: जनवरी का महीना पंजाब में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के कारण चुनौतीपूर्ण बनता जा रहा है। सुबह के समय तापमान बेहद कम हो रहा है, जिससे बच्चों को स्कूल जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कोहरे के कारण विजिबिलिटी (दृष्टि सीमा) कम हो गई है, जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। इन सबको देखते हुए पंजाब चाइल्ड राइट कमीशन ने स्कूलों के समय में बदलाव की सिफारिश की है।
चाइल्ड राइट कमीशन ने लिखा सरकार को पत्र
पंजाब चाइल्ड राइट कमीशन ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि सभी सरकारी और निजी स्कूलों के समय में बदलाव किया जाए। स्कूलों को सुबह 10 बजे खोलने का सुझाव दिया गया है। ठंड और कोहरे के कारण बच्चों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। पत्र में पिछले दिनों हुई स्कूल वाहनों की दुर्घटनाओं का हवाला देते हुए यह भी कहा गया है कि समय बदलने से इन हादसों को रोका जा सकता है।
शिक्षा विभाग का रुख
पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने अभी तक स्कूलों के समय में बदलाव को लेकर कोई आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। इसके चलते स्कूल अपने सामान्य समय यानी सुबह 8-9 बजे ही खुल रहे हैं। इससे बच्चों और अभिभावकों को ठंड में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बच्चों और अभिभावकों की समस्याएं
ठंड और कोहरे के कारण बच्चों और उनके परिवारों को कई समस्याएं हो रही हैं:
- सुबह जल्दी उठने में दिक्कत: अत्यधिक ठंड के कारण बच्चों को सुबह जल्दी उठने में कठिनाई होती है।
- कोहरे में यात्रा का खतरा: स्कूल जाने वाले वाहनों के लिए कोहरे के कारण दृश्यता कम हो रही है. जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
- स्वास्थ्य समस्याएं: ठंड के कारण बच्चों में सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियां बढ़ रही हैं।
स्कूल समय में बदलाव क्यों जरूरी है?
पंजाब चाइल्ड राइट कमीशन का मानना है कि स्कूलों का समय बदलने से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
- सुबह 10 बजे स्कूल शुरू करने के फायदे:
- बच्चों को अधिक आराम मिलेगा।
- कोहरा छंटने के बाद यात्रा करना सुरक्षित होगा।
- ठंड के कारण स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आएगी।
- अभिभावकों को भी बच्चों को स्कूल भेजने में राहत मिलेगी।
कोहरे के कारण बढ़ रहा दुर्घटनाओं का खतरा
पंजाब में घने कोहरे के चलते सड़कों पर दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है। खासतौर पर स्कूल बसें और अन्य वाहन इस खतरे से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
- मुख्य कारण:
- विजिबिलिटी कम होने से वाहन चालकों को सड़क साफ नजर नहीं आती।
- सुबह के समय ठंडी हवाओं के चलते ब्रेक और अन्य उपकरणों पर असर पड़ता है।
- अन्य वाहनों के साथ टकराव का जोखिम बढ़ जाता है।
क्या कर रहे हैं अभिभावक?
अभिभावकों ने भी स्कूलों के समय में बदलाव की मांग की है। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
- अभिभावकों का सुझाव:
- सुबह 10 बजे स्कूल शुरू किया जाए।
- स्कूल बसों और वाहनों के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाए जाएं।
- बच्चों को गर्म कपड़े और विशेष वर्दी पहनने की सलाह दी जाए।
अन्य राज्यों से सीखने की जरूरत
पंजाब के अलावा उत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी ठंड के कारण स्कूलों के समय में बदलाव किए गए हैं।
- उत्तर प्रदेश: सुबह 10 बजे स्कूल शुरू करने का आदेश जारी किया गया है।
- बिहार और हरियाणा: ठंड और कोहरे को देखते हुए स्कूलों का समय बदला गया है।
- पंजाब को भी उठाने चाहिए कदम: बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार को जल्द ही निर्णय लेना चाहिए।
विशेषज्ञों की राय
शिक्षाविदों और विशेषज्ञों का कहना है कि शिक्षा और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाना जरूरी है।
- वाहनों की सुरक्षा: स्कूल बसों और वाहनों की जांच नियमित रूप से की जानी चाहिए।
- समय में बदलाव: स्कूलों को सुबह 10 बजे से शुरू करने का विकल्प अपनाना चाहिए।
- ऑनलाइन क्लासेस: अत्यधिक ठंड के समय ऑनलाइन क्लासेस का विकल्प भी एक समाधान हो सकता है।