Government School: सरकार द्वारा स्कूलों में मनपसंद वर्दी का ऑप्शन देने के बाद चंबा जिले के 62% स्कूलों ने विद्यार्थियों की यूनिफॉर्म में बदलाव कर दिया है। शेष बचे स्कूल भी इस शैक्षणिक सत्र में वर्दी बदलने की प्रक्रिया पूरी करेंगे। यह जानकारी उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मांगे गए डाटा से सामने आई है।
नए शैक्षणिक सत्र में सभी Government School में लागू होगी नई वर्दी
सरकार ने पिछले साल स्मार्ट वर्दी योजना में बदलाव किया था, जिसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को प्राइवेट स्कूलों की तरह स्मार्ट और आधुनिक वर्दी उपलब्ध कराना है। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया गया कि विद्यार्थियों और अभिभावकों पर एक्स्ट्रा वित्तीय बोझ न पड़े।
स्मार्ट वर्दी योजना में वित्तीय सहायता
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक चंबा, बलवीर सिंह ने बताया कि कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को वर्दी खरीदने के लिए 600-600 रुपये सीधे उनके बैंक खातों में जमा किए जाते हैं। स्कूलों ने अब इस व्यवस्था को अपनाते हुए ऑप्शन के आधार पर नई यूनिफॉर्म लागू की है।
पहले की व्यवस्था में क्या था बदलाव?
पहले शिक्षा विभाग कक्षा 1 से 12 तक के प्रत्येक विद्यार्थी को दो-दो सेट वर्दी उपलब्ध कराता था और सिलाई के लिए अलग से राशि भी दी जाती थी। लेकिन अब इस व्यवस्था को बदलकर विद्यार्थियों को सीधा पैसा भेजा जा रहा है ताकि वे अपने हिसाब से यूनिफॉर्म खरीद सकें।
शिक्षकों के लिए भी लागू होगा ड्रेस कोड
सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड लागू करने की योजना बनाई जा रही है। नए शैक्षणिक सत्र में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किए जाने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं।
शिक्षक बनेंगे विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल
विद्यालयों में शिक्षकों की भूमिका विद्यार्थियों के पर्सनैलिटी डेवलपमेंट में अहम होती है। उनकी वेशभूषा और व्यवहार का बच्चों पर गहरा असर पड़ता है। जिन स्कूलों में पहले से ड्रेस कोड लागू किया गया है, वहां पॉजिटिव बदलाव देखने को मिले हैं। इसलिए अब सभी स्कूलों के शिक्षकों के लिए यह योजना शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
ड्रेस कोड लागू होने से क्या होगा फायदा?
- विद्यार्थियों पर पोजितिवे असर: शिक्षकों की वेशभूषा से विद्यार्थियों में अनुशासन और मोटवैशन बढ़ेगा।
- स्कूलों में एकरूपता: सभी शिक्षक समान वर्दी में होंगे, जिससे विद्यालयों में एकरूपता बनी रहेगी।
- विद्यालय की पहचान मजबूत होगी: स्कूलों की एक विशेष पहचान बनेगी जिससे उनका अलग महत्व स्थापित होगा।
सरकारी स्कूलों के लिए नए दिशा-निर्देश जल्द
सरकारी स्कूलों में वर्दी और ड्रेस कोड से संबंधित नए दिशा-निर्देश जल्द जारी किए जा सकते हैं। शिक्षा विभाग इस बदलाव को प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर योजनाएं तैयार कर रहा है।