UP Expressway: उत्तर प्रदेश जल्द ही देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां सबसे अधिक एक्सप्रेसवे होंगे। वर्तमान में राज्य में पांच एक्सप्रेसवे चालू हैं, जो 27 जिलों से होकर गुजरते हैं, जबकि 29 जिले निर्माणाधीन या भविष्य में बनने वाले एक्सप्रेसवे के दायरे में आ रहे हैं। इससे राज्य की 75 में से 56 जिलों को एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा तेज और सुगम होगी।
सफर होगा आसान और तेज
योगी सरकार ने हाल ही में दो नए एक्सप्रेसवे की घोषणा की है, जिससे प्रदेश में कुल सात नए एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। इन एक्सप्रेसवे के लिए वित्तीय किए जा रहे हैं। गंगा एक्सप्रेसवे अगले कुछ महीनों में तैयार होने वाला है, जिससे कुल 13 एक्सप्रेसवे पूरे यूपी को राजधानी लखनऊ, नोएडा और दिल्ली से जोड़ देंगे।
यूपी की कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव
इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से यूपी में यात्रा सुविधाजनक होगी। अब यात्री सोनभद्र से विन्ध्य एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे होते हुए जेवर लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए नोएडा और दिल्ली तक आसानी से पहुंच सकते हैं। साथ ही, वे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का भी लाभ उठा सकते हैं। ये सभी एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) द्वारा बनाए जा रहे हैं।
यूपी में बने और बन रहे एक्सप्रेसवे की सूची
चालू एक्सप्रेसवे
- यमुना एक्सप्रेसवे (165 किमी) – आगरा, मथुरा, अलीगढ़, गौतम बुद्ध नगर (4 जिले)
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (302 किमी) – आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, कानपुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ (10 जिले)
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (340 किमी) – लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर (9 जिले)
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (296 किमी) – चित्रकूट, बांदा, महोबा, जालौन, औरैया (5 जिले)
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (91 किमी) – गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर (4 जिले)
निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे
- गंगा एक्सप्रेसवे (594 किमी) – मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, प्रयागराज (12 जिले)
प्रस्तावित नए एक्सप्रेसवे
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे – पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लिंक (60 किमी) – (1 जिला)
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे – गंगा एक्सप्रेसवे लिंक (93 किमी) – इटावा, फर्रुखाबाद, हरदोई (3 जिले)
- चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (120 किमी) – चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज (3 जिले)
- झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी) – झांसी, जालौन (2 जिले)
- जेवर लिंक एक्सप्रेसवे (76 किमी) – नोएडा, बुलंदशहर, मेरठ (3 जिले)
- विन्ध्य एक्सप्रेसवे (320 किमी) – प्रयागराज, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, चंदौली, सोनभद्र (6 जिले)
- विन्ध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे (100 किमी) – चंदौली, गाजीपुर, सोनभद्र (3 जिले)
एक्सप्रेसवे से यूपी की अर्थव्यवस्था को होगा फायदा
इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी। नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। कनेक्टिविटी बेहतर होने से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और यात्रा का समय घटेगा। साथ ही, पर्यटकों के लिए भी यात्रा करना अधिक सुविधाजनक होगा।
यूपी का इंफ्रास्ट्रक्चर होगा और मजबूत
इन एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही यूपी देश के सबसे अधिक एक्सप्रेसवे वाले राज्यों में शुमार हो जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि भविष्य में यूपी का हर जिला एक्सप्रेसवे से जुड़ा हो। यह योजना राज्य को आर्थिक और बुनियादी ढांचे के मामले में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।