Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) चौथे चरण के तहत 86 किलोमीटर नई मेट्रो लाइनें बिछा रहा है, जिसमें से 40 किलोमीटर अन्डरग्राउन्ड गलियारे होंगे। इस योजना का उद्देश्य दिल्ली में बढ़ते यातायात दबाव को कम करना और यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना है। यह परियोजना इंजीनियरिंग के लिए एक बड़ी चुनौती है क्योंकि इसके तहत विभिन्न भू-स्तरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों से होकर गुजरने वाली अन्डरग्राउन्ड सुरंगें बनाई जा रही हैं।
अन्डरग्राउन्ड गलियारे
इस परियोजना के तहत सदर बाजार, नबी करीम, महरौली बदरपुर रोड, अजमल खान पार्क, और नई दिल्ली जैसे घने व्यावसायिक एवं आवासीय क्षेत्रों में अन्डरग्राउन्ड मेट्रो लाइनें बनाई जा रही हैं। इन क्षेत्रों में अन्डरग्राउन्ड सुरंग निर्माण करना तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण है, लेकिन डीएमआरसी इसे सफलतापूर्वक हैन्डल कर रहा है।
तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर
तुगलकाबाद से एयरोसिटी कॉरिडोर मेट्रो परियोजना का सबसे मुस्किल भाग है। यह मार्ग 17 रेलवे लाइनों के नीचे से गुजरेगा, जिसका कुल चौड़ाई क्षेत्र 110 मीटर है। मेट्रो पहले भी रेलवे लाइनों के नीचे से गुजरी है, लेकिन यह पहली बार होगा जब इतनी बड़ी संख्या में रेलवे लाइनों के नीचे से मेट्रो का मार्ग निकाला जाएगा।
27 नए अन्डरग्राउन्ड मेट्रो स्टेशन
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के अंतर्गत कुल 27 अन्डरग्राउन्ड मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण स्टेशन जनकपुरी पश्चिम, कृष्णा पार्क, नबी करीम, सदर बाजार, महरौली बदरपुर रोड और नई दिल्ली में होंगे। डीएमआरसी पहले ही जनकपुरी पश्चिम से कृष्णा पार्क तक दो किलोमीटर की अन्डरग्राउन्ड सुरंग का निर्माण पूरा कर चुका है, जो ‘मैजेंटा लाइन’ का विस्तार है।
दिल्ली मेट्रो की सबसे लंबी टनलिंग ड्राइव्स
दिल्ली मेट्रो चौथे चरण में डीएमआरसी ने अपने इतिहास की सबसे लंबी टनलिंग ड्राइव पूरी की हैं। जनकपुरी वेस्ट से आरके आश्रम मार्ग पर 3 किलोमीटर लंबी टनलिंग ड्राइव सितंबर 2024 में पूरी हुई। गोल्डन लाइन पर तुगलकाबाद एयरफोर्स लॉन्चिंग शाफ्ट से मां आनंदमयी मार्ग तक 2.65 किलोमीटर की टनलिंग ड्राइव की गई। इससे पहले, फेज-III में सबसे लंबी टनलिंग ड्राइव केवल 1.6 किलोमीटर थी (आश्रम से निजामुद्दीन)।
कर्तव्य पथ से होकर गुजरेगा नया मेट्रो कॉरिडोर
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण में कर्तव्य पथ से होकर एक नया कॉरिडोर प्रस्तावित है। इस कॉरिडोर को लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल पहले ही मंजूरी दे चुका है। यह नया मार्ग नॉर्थ और साउथ ब्लॉक से गुजरेगा, जहां सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत नैशनल म्यूजिउम भी प्रस्तावित है।
इन स्थानों पर होंगे नए मेट्रो स्टेशन
कर्तव्य पथ से जुड़े इस नए मेट्रो कॉरिडोर के अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख स्थानों पर नए स्टेशन बनाए जाएंगे:
- भारत मंडपम
- इंडिया गेट
- नॉर्थ ब्लॉक
- साउथ ब्लॉक
- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन
दिल्ली मेट्रो के विस्तार से यात्रियों को क्या लाभ?
- यातायात की भीड़ कम होगी – चौथे चरण के तहत अन्डरग्राउन्ड गलियारों के निर्माण से सड़क यातायात में सुधार होगा।
- यात्रा समय में कमी – यात्री तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे, जिससे समय की बचत होगी।
- पर्यावरण प्रदूषण में कमी – मेट्रो के बढ़ते नेटवर्क से सड़कों पर वाहनों की संख्या कम होगी, जिससे वायु प्रदूषण कम होगा।
- पर्यटकों की सुविधा – दिल्ली के प्रमुख ऐतिहासिक और व्यावसायिक क्षेत्रों से जुड़े नए मेट्रो मार्गों से पर्यटकों को यात्रा में आसानी होगी।