Traffic Challan: देश की राजधानी होने के नाते दिल्ली में सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों का पालन काफी सख्ती से किया जाता है. ट्रैफिक पुलिस द्वारा विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाकर आम जनता को नियमों के प्रति सचेत किया जाता है. इसके बावजूद, ट्रैफिक उल्लंघन के मामले अधिक संख्या में दर्ज किए जाते हैं, जिससे दिल्लीवासियों को भारी जुर्माना का सामना करना पड़ता है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की रिपोर्ट
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, नित्यानंद राय, ने लोकसभा में ट्रैफिक उल्लंघनों पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि 2024 में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 74 लाख से अधिक चालान और नोटिस जारी करके 46 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाई है. यह आंकड़ा बताता है कि ट्रैफिक नियमों का पालन न करने की लागत (cost of non-compliance) बहुत अधिक है.
चालान और नोटिस की जानकारी
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, चालान और नोटिस के बीच मुख्य अंतर यह है कि चालान सीधे ट्रैफिक पुलिस द्वारा मौके पर जारी किया जाता है, जबकि नोटिस ट्रैफिक कैमरों के माध्यम से ऑनलाइन जारी होते हैं. इस प्रक्रिया से पिछले पांच साल में सबसे अधिक जुर्माना 2020 में वसूला गया, जब 213 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड संग्रह किया गया.
ट्रैफिक उल्लंघन के प्रमुख कारण
नित्यानंद राय ने यह भी बताया कि ट्रैफिक उल्लंघनों में वृद्धि के मुख्य कारण दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वाहनों की बढ़ती संख्या, जनता में जागरूकता की कमी और नियमों की सख्ती से पालन करना हैं. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस समस्या को संबोधित करने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम (awareness programs) और सड़क सुरक्षा अभियान चलाए जा रहे हैं.
इस लेख के माध्यम से हमने देखा कि दिल्ली में ट्रैफिक नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है और उल्लंघन करने पर कितनी भारी जुर्माना चुकानी पड़ सकती है. ट्रैफिक पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों से यह स्पष्ट होता है कि सड़कों पर सुरक्षा और नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का प्रयास जारी है.