Haryana News: हरियाणा में 12वीं कक्षा के इंग्लिश विषय का पेपर गुरुवार को नूंह और पलवल जिले में लीक हो गया। इस घटना के बाद शिक्षा बोर्ड ने तुरंत एक्शन लेते हुए पलवल के एक परीक्षा केंद्र पर परीक्षा को रद्द कर दिया है। इसके अलावा कई शिक्षकों और छात्रों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।
पलवल में परीक्षा कैंसिल
पलवल के एक परीक्षा केंद्र पर हुई 12वीं कक्षा की इंग्लिश परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। बोर्ड की जांच टीम ने सेंटर सुपरिंटेंडेंट, पर्यवेक्षक और एक छात्र के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस सेंटर पर पेपर लीक होने की पुष्टि होने के बाद यह सख्त कदम उठाया गया है।
नूंह में बोर्ड की कार्रवाई
बोर्ड की टीम को नूंह जिले के टपकान गांव के एक सरकारी स्कूल से भी पेपर लीक होने की जानकारी मिली। जांच में सामने आया कि इस मामले में सेंटर सुपरिंटेंडेंट संजय कुमार, पर्यवेक्षक शौकत अली और रकमूदीन के साथ-साथ तीन छात्रों – मोनिश, नफीश और मुश्तकीन की संलिप्तता थी। बोर्ड ने इन सभी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट तैयार कर ली है।
QR कोड से हुआ खुलासा
बोर्ड ने इस पूरे मामले की जांच के दौरान आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया। QR कोड और अन्य सुरक्षा फीचर्स की मदद से यह पता चला कि पेपर वायरल करने के पीछे कौन-कौन लोग शामिल थे। इससे यह साबित हो गया कि तीनों छात्र और परीक्षा केंद्र के अधिकारी इस लीक में शामिल थे।
पलवल के सरकारी स्कूल में भी सामने आया मामला
बोर्ड की टीम को पलवल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भी पेपर लीक की सूचना मिली। मामले की जांच के लिए बोर्ड की उड़नदस्ता टीम मौके पर पहुंची और वहां सेंटर सुपरिंटेंडेंट देवेंद्र सिंह, छात्र सचिन और पर्यवेक्षक गोपाल दत्त शर्मा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
बोर्ड ने दिए जांच के आदेश
जांच में सामने आया कि गोपाल दत्त शर्मा, जो कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रसूलपुर में गणित के शिक्षक हैं, भी इस पेपर लीक में शामिल हो सकते हैं। बोर्ड ने इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए हैं और इस पर जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
पुन्हाना में भी कार्रवाई
नूंह जिले के पुन्हाना क्षेत्र में भी इस मामले में कार्रवाई हुई है। वहां बोर्ड ने दो पर्यवेक्षकों को उनकी ड्यूटी से हटा दिया है। पेपर लीक के मामले में उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
हरियाणा शिक्षा बोर्ड की सख्ती
हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेगा। बोर्ड की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि दोषी पाए गए शिक्षकों, पर्यवेक्षकों और छात्रों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षा की निष्पक्षता पर उठे सवाल
पेपर लीक के इस मामले के बाद हरियाणा शिक्षा बोर्ड की परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं। छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि हर बार परीक्षा के दौरान पेपर लीक की घटनाएं सामने आती हैं, जिससे ईमानदार छात्रों का भविष्य प्रभावित होता है।