CET Eligibility: राजस्थान सरकार ने सरकारी नौकरियों के लिए आवश्यक समान पात्रता परीक्षा (CET) की पात्रता अवधि को लेकर बड़ा फैसला लिया है। पहले इस परीक्षा की वैधता अवधि तीन वर्ष कर दी गई थी, लेकिन अब इसे फिर से घटाकर एक वर्ष कर दिया गया है। इस बदलाव से लाखों विद्यार्थियों पर सीधा असर पड़ेगा, जिन्हें अब एक साल बाद फिर से परीक्षा देनी होगी।
सीईटी पात्रता अवधि में क्यों किया गया बदलाव?
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) की ओर से ग्रैजवैशन और सीनियर सेकेंडरी स्तर पर समान पात्रता परीक्षा (CET) का आयोजन किया जाता है। पहले इस परीक्षा के स्कोर की वैधता केवल एक वर्ष थी। लेकिन कुछ समय पहले राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर तीन वर्ष कर दिया था।
हालांकि, अब सरकार ने अपने इस फैसले को पलट दिया है, और फिर से सीईटी की पात्रता अवधि को सिर्फ एक साल कर दिया गया है। यह फैसला आने वाले उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि उन्हें हर साल परीक्षा देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
बोर्ड अध्यक्ष ने दिया लीगल इश्यू का हवाला
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने इस फैसले पर सफाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर जवाब देते हुए कहा कि –
“सीईटी परीक्षा के स्कोर की वैधता फिलहाल केवल एक साल रहेगी। हालांकि, जो आगामी सीईटी परीक्षाएं (2025-26) आयोजित की जाएंगी, उनकी वैधता तीन वर्ष होगी। चूंकि इसमें कुछ कानूनी अड़चनें हैं, इसलिए अभी के लिए यह बदलाव पूर्व में दी गई सीईटी परीक्षाओं पर लागू नहीं किया जा सकता।”
यह बयान साफ करता है कि इस समय केवल 2025-26 से पहले हुई परीक्षाओं की पात्रता अवधि एक साल ही रहेगी।
लाखों विद्यार्थियों पर पड़ेगा असर
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड हर साल विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करता है। इनमें से कई परीक्षाओं में CET अनिवार्य होती है।
- पिछले साल हुई ग्रैजवैशन व सीनियर सेकेंडरी सीईटी परीक्षा में लाखों विद्यार्थी शामिल हुए थे।
- पहले सरकार ने इन परीक्षाओं की पात्रता तीन वर्ष करने की घोषणा की थी, जिससे विद्यार्थियों को राहत मिली थी।
- लेकिन अब जब इसे फिर से घटाकर एक वर्ष कर दिया गया है, तो छात्रों के लिए यह नेगेटिव फैसला साबित हुआ है।
अब इन विद्यार्थियों को फिर से प्रस्तावित सीईटी परीक्षा देनी होगी। इसका मतलब यह हुआ कि जो अभ्यर्थी सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे थे, उन्हें बार-बार परीक्षा देने के लिए मजबूर किया जाएगा।
वर्ष 2025 में होने वाली सीईटी की पात्रता तीन वर्ष होगी
बोर्ड ने यह साफ किया है कि पिछले वर्ष हुई परीक्षाओं की पात्रता केवल एक साल ही रहेगी, लेकिन दिसंबर 2025 और फरवरी 2026 में प्रस्तावित CET परीक्षाओं की वैधता तीन वर्ष होगी।
इसका मतलब है कि जो विद्यार्थी 2025 में सीईटी परीक्षा देंगे, वे तीन साल तक इसका फायदा उठा सकते हैं, लेकिन जो अभ्यर्थी इससे पहले परीक्षा दे चुके हैं, उन्हें इस सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा।
छात्रों को परेशानी क्यों होगी?
सरकार के इस फैसले से सबसे ज्यादा नुकसान उन छात्रों को होगा, जो पहले ही परीक्षा दे चुके हैं और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं।
- बार-बार परीक्षा देने का दबाव: विद्यार्थियों को हर साल परीक्षा देने के लिए मजबूर किया जाएगा, जिससे उनका समय और ऊर्जा दोनों प्रभावित होंगे।
- एक्स्ट्रा आर्थिक बोझ: हर बार परीक्षा देने के लिए फॉर्म भरने का शुल्क और अन्य तैयारी खर्च छात्रों के लिए आर्थिक रूप से बोझ बन जाएगा।
- मानसिक तनाव: जब विद्यार्थी को हर साल परीक्षा देनी होगी, तो मानसिक तनाव भी बढ़ेगा।
इस माह के अंत तक आ सकता है सीईटी का परिणाम
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पिछले वर्ष ग्रैजवैशन व सीनियर सेकेंडरी स्तर की सीईटी परीक्षाओं का आयोजन किया था। लेकिन अभी तक इन परीक्षाओं का परिणाम घोषित नहीं किया गया है।
बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने जानकारी दी है कि –
- CET ग्रैजवैशन स्तर का परीक्षा परिणाम अगले सप्ताह तक घोषित कर दिया जाएगा।
- CET सीनियर सेकेंडरी स्तर का परिणाम इस माह के अंत तक जारी होने की संभावना है।
इसके बाद ही इन परीक्षाओं में सफल अभ्यर्थियों को सरकारी भर्तियों में आवेदन करने का मौका मिलेगा।
सीईटी में बदलाव
सरकार के इस फैसले के बाद छात्रों को अपनी तैयारी को नए तरीके से प्लान करना होगा।
- CET परीक्षा के लिए नियमित रूप से अध्ययन करें: चूंकि अब वैधता सिर्फ एक साल की होगी, इसलिए विद्यार्थियों को हर साल इस परीक्षा के लिए तैयार रहना होगा।
- सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझें: परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए यह जरूरी है कि छात्र परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को अच्छी तरह समझें।
- ऑनलाइन टेस्ट सीरीज का लाभ उठाएं: आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मॉक टेस्ट और सीईटी के लिए विशेष तैयारी सामग्री उपलब्ध कराते हैं, जिनका उपयोग करना चाहिए।