GOVERNMENT JOBS IN HARYANA: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार आने वाले 5 वर्षों में योग्यता के आधार पर 2 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान करेगी. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों में सरकार ने 1 लाख 71 हजार युवाओं को बिना किसी भ्रष्टाचार और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत सरकारी नौकरियां दी हैं.
रोजगार और स्वरोजगार पर ध्यान
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार केवल सरकारी नौकरियां देने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं को अपना रोजगार स्थापित करने के लिए भी विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं. इन योजनाओं के माध्यम से युवा आत्मनिर्भर बन सकते हैं और समाज में अपनी पहचान बना सकते हैं.
स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्यमंत्री का संबोधन
मुख्यमंत्री ने यह बयान कुरुक्षेत्र के आईजीएन कॉलेज धनौरा लाडवा के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान दिया. इस अवसर पर उन्होंने कॉलेज के प्रांगण में पौधारोपण किया और कॉलेज की स्वर्ण जयंती स्मारिका का विमोचन किया. मुख्यमंत्री ने कॉलेज को 21 लाख रुपए की अनुदान राशि देने की घोषणा करते हुए शिक्षा और पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस नीति का उद्देश्य युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करना है. इस नई शिक्षा नीति को हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में लागू कर दिया गया है. अब छात्र केजी से लेकर पीजी तक की शिक्षा एक ही संस्थान के अंतर्गत प्राप्त कर सकेंगे. इसके साथ ही, छात्रों को शिक्षा के दौरान व्यावसायिक कौशल प्रदान करने का भी प्रावधान किया गया है.
बिना खर्ची, बिना पर्ची
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने बिना किसी भ्रष्टाचार के पारदर्शी तरीके से युवाओं को नौकरियां दी हैं. उन्होंने कहा, “बिना खर्ची, बिना पर्ची” की नीति के तहत 1 लाख 71 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं. आने वाले समय में भी इस प्रक्रिया को जारी रखा जाएगा और 5 सालों में 2 लाख और सरकारी नौकरियां दी जाएंगी.
युवाओं को कुशल बनाने की पहल
हरियाणा सरकार ने युवाओं को कुशल बनाने के लिए विशेष योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक छात्रों को रोजगार के लिए तैयार किया जा रहा है. यह कदम न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी सहायक होगा.
शिक्षा और रोजगार में हरियाणा का नया मील का पत्थर
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की इस घोषणा से हरियाणा में रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा मिल रही है. सरकारी नौकरियों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने की योजनाएं राज्य में युवाओं के लिए बेहतर भविष्य का संकेत हैं.
पर्यावरण और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने पौधारोपण करके पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. साथ ही, उन्होंने शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए 21 लाख रुपए की अनुदान राशि की घोषणा की. यह कदम सरकार की शिक्षा और पर्यावरण दोनों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.