CIBIL Score: अगर आप बैंक से सस्ता लोन लेना चाहते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर बहुत मायने रखता है। यह स्कोर बताता है कि आप लोन चुकाने में कितने भरोसेमंद हैं और इसी आधार पर बैंक तय करता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं।
अच्छा क्रेडिट स्कोर क्यों जरूरी है?
अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है, तो आपको कम ब्याज दर और अधिक लोन के ऑप्शन मिलते हैं। इसके विपरीत, खराब स्कोर होने पर लोन मिलना मुश्किल हो सकता है या फिर ऊंची ब्याज दर पर लोन दिया जाता है।
CIBIL Score क्या होता है?
सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का एक संकेतक होता है। यह बताता है कि आप अपने लोन और क्रेडिट कार्ड की किस्तें समय पर चुका रहे हैं या नहीं। बैंक लोन देने से पहले सबसे पहले आपका यह स्कोर चेक करता है।
क्रेडिट स्कोर की रेंज
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है।
- 800-850: बहुत अच्छा
- 740-799: अच्छा
- 670-739: ठीक
- 580-699: कमजोर
- 300-579: बहुत खराब
अगर आपका स्कोर 700 से ज्यादा है, तो आपको सस्ता लोन मिलने की संभावना अधिक रहती है।
अच्छे क्रेडिट स्कोर पर कितना सस्ता लोन मिलता है?
अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से ऊपर है, तो बैंक ब्याज दर में 0.15% से 0.25% तक की छूट दे सकते हैं। इससे हजारों रुपये की बचत हो सकती है।
क्रेडिट स्कोर खराब होने के कारण
अगर आपने कभी लोन लिया है या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किया है, तो आपका क्रेडिट स्कोर बनता है। लेकिन कुछ गलतियां स्कोर को खराब कर सकती हैं, जैसे:
- लोन की EMI समय पर न भरना
- क्रेडिट कार्ड का बिल पूरा न चुकाना
- अपनी क्रेडिट लिमिट से ज्यादा खर्च करना
- बार-बार लोन के लिए आवेदन करना
- किसी और के लिए गारंटर बनना और वह लोन न चुका पाना
क्रेडिट स्कोर सुधारने के आसान तरीके
अगर आपका स्कोर कम है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसे सुधारने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाएं
- क्रेडिट कार्ड का लिमिट से ज्यादा इस्तेमाल न करें
- बार-बार लोन के लिए आवेदन न करें
- पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद न करें
- क्रेडिट स्कोर समय-समय पर चेक करें
सस्ता लोन पाने के लिए टिप्स
अगर आप चाहते हैं कि आपको बैंक से सस्ता लोन मिले, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- लोन की शर्तें और प्रोसेसिंग फीस ध्यान से पढ़ें।
- अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें।
- EMI अपनी मासिक आय का 30-40% तक ही रखें।
- क्रेडिट स्कोर हमेशा 700 से ऊपर बनाए रखें।
- होम लोन ज्वाइंट एप्लिकेंट के साथ लें।
ज्वाइंट होम लोन क्यों फायदेमंद है?
- को-एप्लिकेंट का क्रेडिट स्कोर अच्छा हो तो लोन अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाती है।
- इनकम टैक्स में भी छूट मिलती है।
- ज्वाइंट लोन में लोन की राशि ज्यादा मिल सकती है।
कम लोन-टू-वैल्यू रेश्यो क्यों जरूरी है?
अगर आप चाहते हैं कि आपको सस्ता लोन मिले, तो आपको लोन-टू-वैल्यू रेश्यो कम रखना चाहिए। मतलब यह कि अगर आप घर खरीद रहे हैं, तो अपनी ओर से ज्यादा पैसा लगाएं और कम लोन लें।