Double Ration: हिमाचल प्रदेश में पिछले चार-पांच साल से राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया चल रही थी। सरकार ने इसे कई बार बढ़ाने के बावजूद भी लाखों उपभोक्ताओं ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। नतीजा यह हुआ कि जिन राशन कार्ड धारकों ने 31 दिसंबर 2024 तक ई-केवाईसी पूरी नहीं की, उनके कार्ड 3 जनवरी 2025 से अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिए गए। इस फैसले से प्रदेश के करीब 18 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जो सरकारी सस्ते राशन की सुविधा से वंचित हो गए हैं।
राशन कार्ड हुए ब्लॉक
सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में कुल 2,91,162 राशन कार्डों को ब्लॉक किया गया है। इस फैसले से लाखों गरीब परिवार प्रभावित हुए हैं, जो सरकार से मिलने वाले सस्ते गेहूं, चावल, दाल, तेल और अन्य खाद्य पदार्थों पर निर्भर थे। प्रशासन ने पहले भी कई बार ई-केवाईसी की डेड्लाइन बढ़ाई थी, लेकिन बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने इसे नजरअंदाज कर दिया।
अब ई-केवाईसी कराने पर मिलेगा डबल राशन
प्रदेश सरकार ने उपभोक्ताओं की परेशानी को देखते हुए राहत दी है। जिन राशन कार्ड धारकों ने अब तक ई-केवाईसी करवा ली है, उन्हें फरवरी में दो महीने का राशन एक साथ दिया जाएगा। यह निर्णय उन गरीब परिवारों के लिए राहत की खबर है, जिनका राशन कार्ड ब्लॉक होने से जनवरी में उन्हें राशन नहीं मिल पाया था। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जो लोग अब भी ई-केवाईसी नहीं कराएंगे, वे राशन योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
राशन कार्ड हो चुके हैं अनब्लॉक
सरकार के इस फैसले के बाद अब तक 1,59,614 राशन कार्ड दोबारा चालू कर दिए गए हैं। इन राशन कार्डों से जुड़े करीब 7,30,323 लाभार्थियों को अब फरवरी में डबल राशन मिलेगा। यह एक बड़ी राहत की बात है, क्योंकि इससे उन परिवारों को फिर से सरकारी राशन मिलने लगेगा, जो जनवरी में इससे वंचित रह गए थे।
ई-केवाईसी क्यों है जरूरी?
ई-केवाईसी प्रक्रिया इसलिए जरूरी है ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ सही और वास्तविक लोगों तक पहुंच सके। बहुत से मामलों में यह देखा गया है कि कुछ राशन कार्डों में ऐसे सदस्यों के नाम अभी भी दर्ज हैं, जो अब परिवार का हिस्सा नहीं हैं, जैसे कि बेटी की शादी हो जाने के बाद भी उसका नाम राशन कार्ड में दर्ज रहना या किसी सदस्य के निधन के बावजूद उसका नाम सूची से न हटाया जाना।
ई-केवाईसी के माध्यम से सरकार उन फर्जी राशन कार्डों को भी समाप्त करना चाहती है, जिनके जरिए लोग गलत तरीके से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। यह प्रक्रिया पारदर्शिता बढ़ाने के साथ ही सरकारी संसाधनों का सही उपयोग सुनिश्चित करने में मदद करती है।
कैसे करें राशन कार्ड की ई-केवाईसी?
यदि किसी उपभोक्ता का राशन कार्ड ब्लॉक हो गया है, तो उसे तुरंत ई-केवाईसी करवानी चाहिए। सरकार ने यह प्रक्रिया बेहद सरल बना दी है।
- ऑनलाइन प्रक्रिया:
- उपभोक्ता अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या राशन डिपो में जाकर आधार कार्ड के जरिए ई-केवाईसी करवा सकते हैं।
- राज्य सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर भी ई-केवाईसी की जा सकती है।
- ऑफलाइन प्रक्रिया:
- नजदीकी राशन डिपो पर जाकर अपनी आधार कार्ड की कॉपी और राशन कार्ड की जानकारी देकर ई-केवाईसी करवाई जा सकती है।
- पंचायत या नगर निगम कार्यालय में भी यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
सरकार की सख्ती और उपभोक्ताओं के लिए चेतावनी
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के संयुक्त निदेशक रविंद्र ठाकुर ने बताया कि ई-केवाईसी न करवाने वाले उपभोक्ताओं को आगे भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी करवा लें, ताकि भविष्य में उन्हें राशन मिलने में कोई परेशानी न हो।
फर्जी राशन कार्ड पर होगी सख्त कार्रवाई
सरकार ने यह भी साफ किया है कि यदि किसी राशन कार्ड में फर्जी नाम दर्ज पाया जाता है, तो संबंधित परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। इसलिए सभी उपभोक्ताओं को जल्द से जल्द अपने राशन कार्ड की जानकारी अपडेट करवाने की सलाह दी जा रही है।