RBI New Update: भारतीय मुद्रा पर महात्मा गांधी की तस्वीर लगे हुए कई दशक हो चुके हैं. 1947 में आजादी के बाद भारत सरकार के सामने यह प्रमुख मुद्दा था कि नोटों पर किसकी फोटो छापी जाए. शुरुआती दौर में कई नामों पर विचार किया गया, लेकिन अंतत: महात्मा गांधी की तस्वीर को चुना गया. उनकी तस्वीर ने भारतीय मुद्रा को एक नई पहचान दी और यह आज तक बनी हुई है.
नये प्रस्ताव की हकीकत
हाल के दिनों में, सोशल मीडिया पर यह खबरें उड़ीं कि भारतीय मुद्रा से महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाने का विचार किया जा रहा है. लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई प्रस्ताव उनके पास नहीं है. बल्कि, यह भी जानकारी मिली है कि नये प्रकार के नोटों पर अन्य महान व्यक्तित्वों, जैसे कि रविंद्र नाथ टैगोर और एपीजे अब्दुल कलाम की तस्वीरें जारी किये जाने की संभावना है.
भारतीय नोटों पर फ़ोटो का बदलाव
भारतीय नोटों पर चित्र छापने की प्रक्रिया 1949 से शुरू हुई, जब ब्रिटेन के राजा किंग जॉर्ज की तस्वीर को हटाकर अशोक स्तंभ को शामिल किया गया. इसके बाद, 1950 में ₹1, ₹2, ₹5, ₹10 और ₹100 के नए डिजाइन वाले नोट जारी किए गए जिन पर अशोक स्तंभ के फ़ोटो थे.
महात्मा गांधी की तस्वीर का अर्थ
1969 में, महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में पहली बार उनकी तस्वीर वाले नोट जारी किए गए. यह एक विशेष सीरीज थी, जिसमें सेवाग्राम आश्रम की तस्वीर भी शामिल थी. तब से, महात्मा गांधी की छवि भारतीय मुद्रा की मुख्य विशेषता बन गई है.
इस प्रकार, भारतीय मुद्रा पर महात्मा गांधी की तस्वीर न केवल एक प्रतीकात्मक महत्व रखती है बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता और गांधीजी के आदर्शों का प्रतिनिधित्व करती है. नए नोटों पर अन्य महान व्यक्तित्वों की तस्वीरें शामिल करने का विचार, यदि साकार होता है, तो यह भारतीय मुद्रा की विविधता और समृद्धि को और बढ़ाएगा.