Ration Card e-KYC: छत्तीसगढ़ में राशन कार्ड धारकों के लिए सरकार ने ई-केवाईसी (e-KYC) और वेरिफिकेशन प्रोसेस अनिवार्य कर दी है। इसके चलते राज्यभर में लाखों लोगों को खाद्यान्न योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। रायपुर में ही 24,108 राशन कार्ड धारकों को दो महीने से चावल नहीं मिल रहा है। खाद्य विभाग के अनुसार, अभी भी लगभग तीन लाख लोगों ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं की है, जिससे उन्हें जल्द ही राशन मिलने में परेशानी हो सकती है।
राशन कार्ड से नाम हटाने की प्रक्रिया जारी
राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि जिन राशन कार्ड धारकों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है, उनका नाम सूची से हटाया जा सकता है। वर्तमान में इस प्रक्रिया को ऑनलाइन मोड में किया जा रहा है ताकि जरूरतमंदों को सही लाभ मिल सके और फर्जी राशन कार्डों को खत्म किया जा सके। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया के तहत और भी ज्यादा लोगों के राशन कार्ड बंद हो सकते हैं।
राशन कार्ड वेरिफिकेशन क्यों जरूरी है?
सरकार ने यह निर्णय फर्जी राशन कार्ड धारकों की पहचान करने और वास्तविक जरूरतमंद परिवारों तक खाद्यान्न पहुंचाने के लिए लिया है। कई मामलों में देखा गया है कि एक ही परिवार के दो से अधिक सदस्यों के नाम पर अलग-अलग राशन कार्ड बने हुए थे। इसके अलावा, कई ऐसे कार्ड भी सामने आए जो अब बंद थे, लेकिन उनका इस्तेमाल अब तक राशन लेने के लिए किया जा रहा था।
छत्तीसगढ़ में कुल कितने राशन कार्ड धारक हैं?
छत्तीसगढ़ में कुल 76 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ मिलना था। सरकार ने इन सभी राशन कार्डों का वेरिफिकेशन करने का फैसला लिया था, ताकि अपात्र व्यक्तियों और डुप्लीकेट कार्डों को हटाया जा सके। इसी प्रक्रिया के तहत अब तक लाखों राशन कार्ड धारकों का वेरिफिकेशन नहीं हो पाया है, जिससे उन्हें राशन नहीं मिल रहा है।
राशन कार्ड वेरिफिकेशन के लिए सरकार ने कई बार बढ़ाई तारीख
सरकार ने राशन कार्ड वेरिफिकेशन प्रक्रिया के लिए कई बार अंतिम तिथि बढ़ाई ताकि सभी पात्र लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें। इस बार ई-केवाईसी के लिए अंतिम तारीख 28 फरवरी तय की गई थी, लेकिन अभी भी लाखों राशन कार्ड धारकों ने अपनी जानकारी अपडेट नहीं कराई है। अब जिन लोगों ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की, उनका नाम राशन कार्ड सूची से हटाया जा रहा है।
ई-केवाईसी कैसे कराएं?
ई-केवाईसी (Electronic Know Your Customer) एक डिजिटल प्रक्रिया है, जिसमें आधार कार्ड और अन्य डोक्युमेंटो का वेरिफिकेशन किया जाता है। यह प्रक्रिया बेहद सरल है और इसे राशन दुकानों, जनसेवा केंद्रों या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। राज्य सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है ताकि पात्र लोगों तक ही सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे।
राशन कार्ड धारकों के लिए जरूरी सूचना
खाद्य विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन लोगों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है, वे जल्द से जल्द इसे पूरा करें, ताकि उनका राशन कार्ड रद्द न हो। इसके लिए राशन कार्ड धारकों को अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र, ग्राम पंचायत, राशन दुकान या सरकारी पोर्टल पर जाकर आधार और अन्य जरूरी दस्तावेजों के साथ ई-केवाईसी करानी होगी।
किन दस्तावेजों की जरूरत होगी?
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर (OTP के लिए)
- निवास प्रमाण पत्र (यदि मांगा जाए)
क्या होगा यदि ई-केवाईसी नहीं कराई?
यदि कोई व्यक्ति निर्धारित समय तक अपनी ई-केवाईसी नहीं कराता है, तो उसका राशन कार्ड बंद कर दिया जाएगा और उसे खाद्यान्न वितरण योजना का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में राशन कार्ड धारकों को जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए।
क्या राशन कार्ड दोबारा एक्टिव कराया जा सकता है?
यदि किसी राशन कार्ड धारक का नाम सूची से हटा दिया जाता है, तो उसे दोबारा एक्टिव कराने के लिए आवेदन करना होगा। इसके लिए खाद्य विभाग द्वारा एक ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत लोग अपने दस्तावेजों को पुनः वेरीफाई कराकर राशन कार्ड रिस्टोर करा सकते हैं।
राशन कार्ड वेरिफिकेशन में हो रही परेशानियां
कई राशन कार्ड धारकों को वेरिफिकेशन कराने में मुश्किलें हो रही हैं। कुछ लोगों को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो कुछ के दस्तावेज अधूरे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने की भी जरूरत है ताकि वे समय पर वेरिफिकेशन करवा सकें।