Milk Price Hiked: इंदौर शहर में दूध के दामों में हाल ही में बढ़ोतरी हुई है. यह बढ़ोतरी एक मार्च शनिवार से लागू हुई है जहाँ दूध के दाम दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं. इंदौर दूध विक्रेता संघ और मध्य प्रदेश दुग्ध व्यवसायी संघ ने यह निर्णय लिया है. नए दामों के अनुसार, दूध की बिक्री 62 रुपये प्रति लीटर और बंदी का दूध 60 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से होगी. इस वृद्धि से दूध व्यापारी संगठनों की स्थिति और उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ेगा.
दूध विक्रेताओं की चुनौतियाँ और मार्च से अगस्त तक कीमत लागू
दूध के दाम बढ़ने के पीछे मुख्य कारण पशुओं के चारे और पशु आहार (Cattle Feed Cost) की कमी को माना जा रहा है, जो आमतौर पर गर्मी के महीनों में होती है. इंदौर दूध विक्रेता संघ के अध्यक्ष, भारत मथुरावाला के अनुसार, यह वृद्धि विक्रेताओं को कोई विशेष लाभ नहीं पहुँचाएगी बल्कि इससे किसानों को मदद मिलेगी. यह दाम अगस्त तक प्रभावी रहेंगे और इस दौरान उपभोक्ताओं को इसकी आदत डालनी होगी.
दलहन और अन्य वस्तुओं के भाव में बदलाव
मटर और चना दाल सहित अन्य दलहनों में कारोबार (Pulses Market Trends) कमजोर रहने के कारण दालों के दामों में मंदी देखी जा रही है. खासकर चना दाल और तुवर दाल में ग्राहकों की कमी और कमजोर लेवाली के कारण दाम में गिरावट आई है. मसूर दाल में सीमित पूछताछ (Limited Demand for Lentils) के बावजूद कुछ सुधार देखा गया है. इन बदलते दामों का असर उपभोक्ताओं की खरीद पर पड़ सकता है, जिससे बाजार में और अधिक उतार-चढ़ाव आने की संभावना है.
अगले महीने मटर आयात शुल्क नीति का असर
मटर के आयात पर शुल्क लगाने के संभावित निर्णय (Pea Import Duty Policy) से बाजार में मजबूती आ सकती है. अगर शुल्क लागू होता है, तो यह भारतीय बाजार में मटर के दामों पर असर डाल सकता है, जिससे आयातित मटर की कीमतों में कमजोरी आ सकती है. इसके अलावा, अगर आयात पर प्रतिबंध बढ़ाया जाता है तो मटर के दाम में तेजी आने की संभावना है. इस नीति का व्यापारियों और उपभोक्ताओं पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा.