New Flyover in Haryana: हरियाणा के करनाल शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को दूर करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। शहर के बीचों-बीच करीब 4 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जाएगा, जिससे आम नागरिकों को यातायात की परेशानी से राहत मिलेगी। इस फ्लाईओवर के निर्माण पर 122 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह परियोजना करनाल की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में भी सहायक होगी।
करनाल में क्यों जरूरी है फ्लाईओवर?
करनाल एक प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक केंद्र है, जहां हर दिन हजारों वाहन सड़कों पर दौड़ते हैं। व्यस्त बाजार, स्कूल, अस्पताल और सरकारी दफ्तरों के कारण कई स्थानों पर भीषण जाम की समस्या बनी रहती है। खासकर भगवान वाल्मीकि चौक, पुरानी सब्जी मंडी, मुगल कैनाल और ओल्ड जीटी रोड जैसे इलाकों में ट्रैफिक का दबाव बहुत ज्यादा रहता है।
इसके अलावा, ट्रैफिक जाम की वजह से एंबुलेंस, दमकल और अन्य आपातकालीन वाहनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस फ्लाईओवर के निर्माण से इन सभी समस्याओं का समाधान मिलेगा और यातायात को सुगम बनाया जा सकेगा।
दो फेज में पूरा होगा फ्लाईओवर का निर्माण
फ्लाईओवर का निर्माण दो चरणों में पूरा किया जाएगा, जिससे लोगों को धीरे-धीरे इसका फायदा मिलने लगेगा।
पहला फेज
- फ्लाईओवर की शुरुआत राजकीय पुस्तकालय से होगी।
- यह भगवान वाल्मीकि चौक, पुरानी सब्जी मंडी, मुगल कैनाल से होते हुए हरियाणा नर्सिंग होम तक बनाया जाएगा।
- इस फेज में 3 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर तैयार किया जाएगा।
दूसरा फेज
- यह भगवान वाल्मीकि चौक से ओल्ड जीटी रोड, पुराना बस स्टैंड, कर्ण पार्क से होते हुए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चौक तक जाएगा।
- इस चरण में 1 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर तैयार किया जाएगा।
- भगवान वाल्मीकि चौक पर टी-प्वाइंट बनाया जाएगा, जिससे यातायात को बेहतर तरीके से कंट्रोल किया जा सके।
फ्लाईओवर बनने से क्या होंगे फायदे?
फ्लाईओवर बनने के बाद करनाल शहर में कई पॉजिटिव बदलाव देखने को मिलेंगे।
- फ्लाईओवर बनने से मुख्य सड़कों पर जाम की समस्या कम होगी।
- वाहनों को लंबे समय तक रुके बिना आसानी से निकलने का रास्ता मिलेगा।
- कई बार जाम में फंसने के कारण दुर्घटनाएं होती हैं।
- फ्लाईओवर से गाड़ियों की स्पीड नियंत्रित होगी और एक्सीडेंट की घटनाएं कम होंगी।
- ट्रैफिक जाम में गाड़ियां ज्यादा ईंधन खर्च करती हैं।
- फ्लाईओवर बनने के बाद लोगों का समय बचेगा और फ्यूल की खपत कम होगी।
- एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस वाहनों को जल्दी रास्ता मिलेगा।
- मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में मदद मिलेगी।
- करनाल एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और पर्यटन स्थल है।
- यातायात सुगम होने से व्यापारियों और पर्यटकों के लिए यात्रा आसान होगी।
फ्लाईओवर निर्माण पर खर्च होंगे 122 करोड़ रुपये
इस बड़े प्रोजेक्ट को हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (HUDA) द्वारा पूरा किया जाएगा। HUDA के एसई धर्मवीर ने जानकारी दी कि एक हफ्ते के अंदर फ्लाईओवर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
फ्लाईओवर के मुख्य पिलर सेक्टर-14 के पास बनाए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट 122 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा, जिसमें सड़क निर्माण, पुल के खंभे, स्ट्रीट लाइट, ड्रेनेज सिस्टम, और अन्य संरचनात्मक कार्य शामिल होंगे।
फ्लाईओवर निर्माण से करनाल में क्या बदलाव आएंगे?
फ्लाईओवर का निर्माण करनाल की यातायात प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस परियोजना से ये बदलाव देखने को मिल सकते हैं:
- शहर की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा
- वाहनों की आवाजाही तेज और सुगम होगी
- सड़क हादसों में कमी आएगी
- लोगों को ऑफिस, स्कूल और अन्य जगहों पर पहुंचने में कम समय लगेगा
- ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को फायदा होगा
- शहर में प्रदूषण की मात्रा भी घटेगी, क्योंकि वाहनों की लेट-लतीफी कम होगी
स्थानीय लोगों के रिएक्शन
करनाल के निवासी इस योजना से खुश और उत्साहित हैं। स्थानीय व्यापारियों, वाहन चालकों और दैनिक यात्रियों का मानना है कि यह फ्लाईओवर उनके जीवन को आसान बना देगा।
एक ऑटो चालक ने कहा:
“फ्लाईओवर बनने से हमें हर रोज के जाम से मुक्ति मिलेगी और समय की बचत होगी। यह प्रोजेक्ट बहुत जरूरी था।”
एक व्यापारी ने बताया:
“ट्रैफिक की समस्या के कारण ग्राहक हमारी दुकानों तक आसानी से नहीं पहुंच पाते थे। अब फ्लाईओवर बनने से व्यापार को भी फायदा मिलेगा।”
एक ऑफिस जाने वाले कर्मचारी ने कहा:
“हर दिन जाम में फंसने की वजह से ऑफिस देर से पहुंचना पड़ता था। फ्लाईओवर बनने से यह समस्या हल हो जाएगी।”