गरीब बच्चों की पढ़ाई का नहीं लगेगा एक भी रुपया, ये सरकारी स्कीमें बनी वरदान Education of Poor Children

Education of Poor Children: शिक्षा एक शक्तिशाली हथियार है, लेकिन आज के समय में स्कूलों की फीस इतनी बढ़ गई है कि हर अभिभावक के लिए अपने बच्चे की पढ़ाई का खर्च उठाना मुश्किल हो गया है। कई देशों में मुफ्त शिक्षा का मॉडल अपनाया जाता है, और भारत में भी सरकार ने मुफ्त शिक्षा के लिए कई स्कीम शुरू की हैं। इन स्कीमों के जरिए हर बच्चा, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या लिंग से हो, उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त कर सकता है। नीचे हम आपको 4 प्रमुख सरकारी स्कीम्स के बारे में बताएंगे, जिनके माध्यम से देशभर में एकदम मुफ्त में पढ़ाई की जा सकती है।

1. सर्व शिक्षा अभियान (Sarva Shiksha Abhiyan)

सर्व शिक्षा अभियान भारत सरकार का एक प्रमुख प्रोग्राम है, जिसका उद्देश्य 6 से 14 साल के सभी बच्चों को यूनिवर्सल एलिमेंट्री एजुकेशन (UEE) प्रदान करना है। 2001-2002 में शुरू हुए इस अभियान ने राज्य सरकारों और लोकल सेल्फ-गवर्नमेंट के साथ मिलकर हर बच्चे तक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित की है। इसके तहत न केवल शिक्षा की कवालिटी पर ध्यान दिया जाता है, बल्कि सभी बच्चों को मुफ्त में शिक्षा उपलब्ध कराने का भी प्रयास किया जाता है।

इस योजना के मुख्य लाभ:

  • सभी बच्चों के लिए निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा
  • बालिकाओं और पिछड़े वर्ग के बच्चों को विशेष सुविधाएं
  • स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं का विकास
  • शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और शिक्षकों का प्रशिक्षण

2. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना (KGBV)

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों की छात्राओं को रेजिडेंशियल स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। जुलाई 2004 में शुरू हुई इस योजना के तहत 10-18 साल की लड़कियों को आवश्यक बुनियादी ढांचा और शैक्षणिक सहायता दी जाती है। इससे न केवल उनके लिए पढ़ाई करना आसान होता है, बल्कि यह उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

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इस योजना के प्रमुख लाभ:

  • आर्थिक रूप से कमजोर बालिकाओं को मुफ्त शिक्षा
  • रेजिडेंशियल स्कूलों में रहने और खाने की सुविधा
  • बालिकाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद

3. समग्र शिक्षा योजना (Samagra Shiksha)

समग्र शिक्षा योजना एक इंटीग्रेटड स्कीम है, जो प्री-स्कूल से लेकर 12वीं तक की शिक्षा को कवर करती है। इस योजना का उद्देश्य सभी बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देना है, चाहे वे किसी भी बैकग्राउंड से हों। इसमें विभिन्न भाषाई, सांस्कृतिक और शैक्षणिक जरूरतों का खास ध्यान रखा जाता है। समग्र शिक्षा के जरिए सीखने की प्रक्रिया को सक्रिय बनाया जाता है, जिससे छात्र अपनी क्षमताओं का बेस्ट विकास कर सकें।

इस योजना के प्रमुख फायदे:

  • प्री-स्कूल से 12वीं तक के छात्रों के लिए मुफ्त शिक्षा
  • डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट क्लासरूम और ई-लर्निंग कंटेंट
  • आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को छात्रवृत्ति की सुविधा

4. सीबीएसई उड़ान प्रोग्राम(CBSE Udaan Program)

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मार्गदर्शन में सीबीएसई ने ‘उड़ान’ कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम के तहत कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों को इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त सहायता प्रदान की जाती है। इसमें वर्चुअल वीकेंड क्लासेस, प्री-लोडेड टैबलेट्स पर स्टडी मटीरियल और ऑनलाइन कोचिंग शामिल है। इससे छात्रों को उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए बेहतर तैयारी का मौका मिलता है।

इस योजना के फायदे:

  • छात्राओं को जेईई और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त तैयारी
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से मुफ्त कोचिंग की सुविधा
  • आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट

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