Online Challan: पंजाब में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रोकने और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 26 जनवरी से कैमरों के जरिए ई-चालान काटने की योजना शुरू होने जा रही है. इस योजना का पहला चरण लुधियाना, जालंधर, अमृतसर और मोहाली जैसे प्रमुख शहरों में लागू किया जाएगा. आने वाले समय में इसे पूरे पंजाब में लागू करने की योजना है.
दिसंबर और जनवरी में ट्रायल के तौर पर जारी हुए ई-चालान
ट्रैफिक पुलिस ने दिसंबर 2024 और जनवरी 2025 में इस योजना का ट्रायल शुरू किया था. इन दो महीनों में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले 452 लोगों को ई-चालान जारी किए गए. इस ट्रायल से पुलिस ने योजना की कार्यप्रणाली को समझा और उसे बेहतर बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए.
किन नियमों के उल्लंघन पर होगा चालान?
ई-चालान योजना के तहत ट्रैफिक पुलिस कैमरों की मदद से निम्नलिखित उल्लंघनों पर चालान जारी करेगी:
- सिग्नल जंप करना: ट्रैफिक सिग्नल पर रुकने के नियम का पालन न करना.
- स्टॉप लाइन का उल्लंघन: सिग्नल पर निर्धारित स्टॉप लाइन को पार करना.
- बिना हेलमेट वाहन चलाना: बिना हेलमेट के टू-व्हीलर चलाने वालों पर कार्रवाई.
चालान कैसे पहुंचेगा वाहन मालिक तक?
कैमरों की मदद से ट्रैफिक पुलिस वाहन के नंबर प्लेट को स्कैन करेगी. इसके बाद चालान वाहन के पंजीकृत मालिक के पते पर भेजा जाएगा. चालान का भुगतान ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से करना होगा, जिससे लोगों को भुगतान करने में आसानी होगी.
चालान न भरने पर क्या होगा?
जो लोग चालान का भुगतान समय पर नहीं करेंगे, उनकी वाहन की आर.सी. (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) ऑनलाइन पोर्टल पर लॉक कर दी जाएगी. इसका मतलब यह होगा कि वाहन मालिक आर.टी.ओ. कार्यालय से अपने वाहन की आर.सी. का ट्रांसफर या नवीनीकरण जैसे कार्य नहीं करवा पाएंगे. यह कदम योजना को प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है.
ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए हाईटेक कैमरों का उपयोग
पंजाब के चारों शहरों के मुख्य चौराहों पर आधुनिक कैमरे लगाए गए हैं, जो ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रिकॉर्ड करेंगे. इन कैमरों में शामिल हैं:
- पी.टी. जैड कैमरे: जिनसे बड़े इलाके की निगरानी की जा सकती है.
- ए.एन.पी.आर. कैमरे: नंबर प्लेट की पहचान करने वाले कैमरे.
- बुलेट कैमरे: विशेष रूप से ट्रैफिक नियम उल्लंघन को कैप्चर करने के लिए.
अगले चरण में अन्य जिलों को जोड़ा जाएगा
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह योजना चार शहरों में लागू होने के बाद अन्य जिलों में भी विस्तारित की जाएगी. राज्य के सभी प्रमुख शहरों और कस्बों में कैमरे लगाए जाएंगे. ताकि ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा सके.
ई-चालान से क्या बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था?
ई-चालान योजना का मुख्य उद्देश्य ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को कम करना और सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाना है. इस योजना से:
- ट्रैफिक नियमों का पालन बढ़ेगा.
- दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी.
- यातायात की स्थिति बेहतर होगी.
- भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी क्योंकि चालान की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी.
नागरिकों के लिए यह योजना क्यों है जरूरी?
कैमरों से चालान काटने की योजना का उद्देश्य केवल दंडित करना नहीं. बल्कि नागरिकों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक बनाना है. सड़कों पर सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम बहुत जरूरी है.
ट्रैफिक पुलिस की अपील
पंजाब ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और चालान से बचने के लिए सड़कों पर जिम्मेदारी से वाहन चलाएं. पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया है कि चालान प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होगी.