Haryana Toll Tax: अगर आप IMT मानेसर से गुरुग्राम, फरीदाबाद या सोहना की ओर यात्रा करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। अब इस रूट पर सफर करने वाले वाहन चालकों को अपनी जेब और ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने दुर्घटना संभावित क्षेत्र का हवाला देते हुए दिल्ली-जयपुर हाईवे पर खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास बने यू-टर्न को बंद कर दिया है। इस फैसले के बाद मानेसर से गुरुग्राम जाने वालों को टोल टैक्स चुकाना अनिवार्य हो गया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
NHAI के अनुसार, खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास यू-टर्न को बंद करने का फैसला सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस स्थान पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही थीं, जिससे वाहन चालकों की सुरक्षा खतरे में थी। अधिकारियों ने गहन जांच के बाद यह पाया कि इस यू-टर्न से ट्रैफिक अव्यवस्थित हो जाता था और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती थी। इसलिए, इस यू-टर्न को स्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया गया है।
अब टोल टैक्स देना अनिवार्य
अब जो वाहन चालक मानेसर से गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोहना की ओर यात्रा करेंगे, उन्हें खेड़की दौला टोल प्लाजा का उपयोग करना होगा। यानी, अब उन्हें टोल टैक्स चुकाना अनिवार्य हो गया है। कार चालकों को एक बार गुजरने के लिए 85 रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि भारी वाहनों के लिए अलग-अलग टोल टैक्स की दरें तय की गई हैं। इससे यात्रा की लागत बढ़ने की पूरी संभावना है, जिससे आम लोगों और व्यापारिक वाहनों पर आर्थिक असर पड़ेगा।
टोल से बचने के लिए अब कौन-सा रास्ता अपनाया जाएगा?
पहले वाहन चालक खेड़की दौला टोल से बचने के लिए सेक्टर 76-77 की बाहरी सड़क से होते हुए सदर्न पेरिफेरल रोड (SPR) पर चढ़कर गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोहना की ओर निकल जाते थे। लेकिन अब यह संभव नहीं होगा। यू-टर्न बंद होने के कारण अब सभी वाहनों को द्वारका एक्सप्रेसवे के क्लोवर लीफ (Cloverleaf) का उपयोग करना होगा।
स्थानीय लोगों की नाराजगी
इस फैसले से गुरुग्राम के सेक्टर 65 और 85 में रहने वाले लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। यहां रहने वाले लोग पहले इस यू-टर्न का इस्तेमाल कर आसानी से गुरुग्राम पहुंच जाते थे, लेकिन अब उन्हें खेड़की दौला टोल पार करके लंबा रास्ता तय करना होगा। इससे समय और पैसा दोनों की बर्बादी होगी।
ट्रैफिक जाम की समस्या और बढ़ेगी
रामपुर चौक, जो पहले से ही पीक आवर्स में भीषण जाम से जूझता है, वहां अब ट्रैफिक का दबाव और बढ़ने की संभावना है। भारी वाहन अब रामपुर चौक से होते हुए नौरंगपुर और द्वारका एक्सप्रेसवे की ओर जाने के लिए मजबूर होंगे। इससे ट्रैफिक का बोझ और अधिक बढ़ सकता है, जिससे आम यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
उद्योग और व्यवसाय पर असर
मानेसर एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है, जहां कई कंपनियों और फैक्ट्रियों के कर्मचारी रोजाना गुरुग्राम, फरीदाबाद और दिल्ली की ओर आवागमन करते हैं। टोल टैक्स बढ़ने से कंपनियों की लॉजिस्टिक्स लागत में बढ़ोतरी होगी, जिससे व्यापारियों और उद्योगपतियों की परेशानी बढ़ सकती है। साथ ही, रोजाना आने-जाने वाले कर्मचारियों के लिए भी यह नया टोल एक एक्स्ट्रा वित्तीय बोझ साबित होगा।
प्रशासन का क्या कहना है?
गुरुग्राम के उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि इस फैसले को लागू करने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया था। आज से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यू-टर्न को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह कदम सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
क्या इस फैसले को बदला जा सकता है?
स्थानीय लोग और वाहन चालक इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि NHAI इस फैसले को वापस ले और टोल फ्री मार्ग की कोई ऑप्शनल व्यवस्था करे। हालांकि, अब तक NHAI की ओर से इस फैसले को बदलने का कोई संकेत नहीं दिया गया है।