School Holiday: प्रयागराज में इस समय महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, जिसकी वजह से संगम में स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. इस भारी भीड़ का असर न सिर्फ प्रयागराज बल्कि बनारस और अयोध्या जैसे धार्मिक स्थलों पर भी देखने को मिल रहा है. संगम स्नान के बाद श्रद्धालु काशी और राम नगरी अयोध्या की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे इन शहरों में भी यातायात और जनसंख्या का दबाव बढ़ रहा है.
स्कूलों की छुट्टियों का बढ़ा दौर, प्रशासन ने लिया फैसला
शहर में लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने 8वीं तक के सभी स्कूलों को 14 फरवरी तक बंद करने का आदेश जारी किया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और सड़क पर यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो. यह निर्णय बनारस प्रशासन द्वारा भी लागू किया गया है, जिससे पूरे क्षेत्र में स्कूलों की पढ़ाई ऑनलाइन मोड में संचालित की जाएगी.
भीड़ के चलते तीसरी बार बदला गया आदेश
पहले प्रशासन ने 27 जनवरी से 5 फरवरी तक स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया था, लेकिन जब भीड़ में कोई कमी नहीं आई तो इसे 8 फरवरी तक बढ़ा दिया गया. 10 फरवरी को स्कूल दोबारा खुले, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी न होने के कारण प्रशासन को फिर से स्कूलों को 14 फरवरी तक बंद करने का निर्णय लेना पड़ा. यह लगातार तीसरी बार है जब स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया गया है .
सीबीएसई, यूपी बोर्ड और सीआईएससीई की परीक्षाएं प्रभावित
फरवरी और मार्च का महीना परीक्षाओं के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होता है, लेकिन महाकुंभ के कारण अब परीक्षाओं पर भी असर पड़ रहा है. यूपी बोर्ड, सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड की परीक्षाएं नजदीक हैं, जिससे कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. इन कक्षाओं की पढ़ाई ऑनलाइन मोड में संचालित नहीं की जा सकती, इसलिए प्रशासन ने इन्हें खोलने का निर्णय लिया है .
बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा सीधा प्रभाव
लगातार स्कूलों के बंद होने से छोटे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. कई छात्र ऑनलाइन शिक्षा के अभ्यस्त नहीं हैं, जिससे उनके पाठ्यक्रम में देरी हो रही है. अभिभावकों ने भी इस फैसले पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि इससे बच्चों का शैक्षणिक सत्र प्रभावित हो सकता है. कई स्कूलों ने अभिभावकों को सलाह दी है कि वे घर पर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें.
यातायात व्यवस्था पर प्रशासन की चुनौती
महाकुंभ के चलते प्रयागराज, बनारस और अयोध्या में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ गई है, जिससे स्थानीय निवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन ने कई प्रमुख मार्गों को परिवर्तित किया है, लेकिन भीड़ की वजह से अब तक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई है .
स्थानीय व्यापारियों को मिला फायदा, लेकिन दिक्कतें भी बढ़ीं
महाकुंभ की वजह से स्थानीय व्यापारियों को अच्छा लाभ मिल रहा है. होटल, लॉज और धर्मशालाओं की बुकिंग फुल हो चुकी है. वहीं, खाने-पीने की दुकानों पर भी भारी भीड़ देखने को मिल रही है. हालांकि, व्यापार में बढ़ोतरी के साथ ही दुकानदारों को भीड़ और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है .
क्या आगे भी बढ़ सकता है अवकाश?
अगर महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ इसी तरह बढ़ती रही, तो संभावना है कि प्रशासन फिर से स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ा सकता है. हालांकि, अभी तक इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आने वाले दिनों में हालात को देखते हुए ही कोई फैसला लिया जाएगा