New UP Expressways: योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में सड़क नेटवर्क को और बेहतर बनाने के लिए चार नए एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की है। राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए इस अहम योजना का ऐलान किया। ये एक्सप्रेसवे प्रदेश के विभिन्न इलाकों को तेजी से जोड़ने और विकास को गति देने में अहम भूमिका निभाएंगे।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे
बजट में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की योजना बनाई गई है। यह एक्सप्रेसवे फर्रूखाबाद के रास्ते हरदोई के कौसिया तक जाएगा। इसके लिए सरकार ने 900 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है, जिसमें से बड़ा हिस्सा भूमि अधिग्रहण पर खर्च होगा।
यूपी में विंध्य एक्सप्रेसवे का निर्माण
राज्य सरकार ने मेरठ से प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे को वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र से जोड़ने के लिए विंध्य एक्सप्रेसवे बनाने की योजना तैयार की है। इस परियोजना के लिए इस बजट में 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश को बेहतर सड़क कनेक्शन प्रदान करेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे का पश्चिमी विस्तार होगा हरिद्वार तक
मेरठ से शुरू होकर गंगा एक्सप्रेसवे को उत्तराखंड के हरिद्वार तक जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे एक्सटेंशन बनाया जाएगा। सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए भी 50 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। यह तीर्थयात्रियों और व्यापारिक यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगा।
बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की है। इसके लिए भी सरकार ने 50 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है। यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश के रीवा को तेजी से जोड़ने का काम करेगा।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और अपग्रेडेड सड़कों का निर्माण
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि इस बजट में एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और तीन सामान्य एक्सप्रेसवे की योजना शामिल है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के तहत नई जमीन पर सड़क का निर्माण किया जाएगा, जबकि अन्य तीन एक्सप्रेसवे मौजूदा सड़कों को बढ़िया करके बनाए जाएंगे।
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ सरकार ने डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को बढ़ावा देने के लिए 461 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है। यह कॉरिडोर देश की रक्षा उत्पादन क्षमताओं को मजबूत करेगा और इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
इन एक्सप्रेसवे से राज्य को क्या फायदे होंगे?
- यातायात सुगम होगा – इन नए एक्सप्रेसवे से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में यात्रा आसान और तेज होगी।
- औद्योगिक विकास को गति मिलेगी – बेहतर कनेक्टिविटी से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
- पर्यटन और धार्मिक यात्राओं को बढ़ावा मिलेगा – हरिद्वार को मेरठ से जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे धार्मिक यात्राओं को सुगम बनाएगा।
- रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे – निर्माण कार्यों से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा, साथ ही लॉजिस्टिक्स और परिवहन क्षेत्र में भी नई नौकरियां आएंगी।
सरकार की बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर योजनाओं का हिस्सा
उत्तर प्रदेश सरकार पिछले कुछ वर्षों से इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारों पर खास ध्यान दे रही है। पूर्व में बने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और अन्य हाईवे परियोजनाओं के बाद अब इन नए एक्सप्रेसवे से प्रदेश की आधारभूत संरचना और मजबूत होगी।