राजस्थान में यहां से होकर गुजरेगा नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, इन जिलों के लोगों की हुई मौज Rajasthan New Green Field Expressway

Rajasthan New Green Field Expressway: राजस्थान के लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है। प्रदेश में सफर अब और भी मजेदार और सुगम होने वाला है। राज्य सरकार द्वारा घोषित 8 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में से जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे पर काम शुरू हो गया है। यह प्रोजेक्ट राजस्थान के विकास में एक बड़ा कदम साबित होगा और कई जिलों को आपस में जोड़कर यातायात को आसान बनाएगा।

ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे: क्या है खास?

राजस्थान सरकार ने पिछले साल बजट में 8 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की थी। इनमें से जालोर-झालावाड़ और अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग उदयपुर पीडब्ल्यूडी (एनएच) विभाग कर रहा है। इन एक्सप्रेसवे के बनने से राज्य में सड़क परिवहन का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा और लोगों को तेज और सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिलेगा।

राजस्थान के कई जिले होंगे आपस में जुड़े

जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे (402 किमी) के अलावा अन्य 7 महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भी धरातल पर लाने के लिए काम तेजी से चल रहा है। इनमें शामिल हैं:

यह भी पढ़े:
23 मार्च को पेट्रोल डीजल की कीमतों में हुआ बदलाव? जाने आपके शहर की आज की ताजा कीमत Petrol Diesel Rate
  1. कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेसवे (181 किमी)
  2. जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेसवे (193 किमी)
  3. बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे (295 किमी)
  4. ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेसवे (342 किमी)
  5. अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेसवे (358 किमी)
  6. जयपुर-फलौदी एक्सप्रेसवे (345 किमी)
  7. श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे (290 किमी)

इन सभी एक्सप्रेसवे के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा रही है और जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू होगा।

जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे क्यों है खास?

यह प्रोजेक्ट न केवल जालोर और झालावाड़ को जोड़ने का काम करेगा बल्कि इसे जामनगर-अमृतसर भारतमाला प्रोजेक्ट से जोड़कर एक नया रूप दिया जा सकता है। इससे राजस्थान के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्से के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

जालोर जिला पहले ही ग्रेनाइट सिटी के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। इस प्रोजेक्ट से ग्रेनाइट उद्योग और कृषि उत्पादों, खासकर जीरा व्यापार को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इस एक्सप्रेसवे के कारण उद्योगों का विस्तार होगा और व्यापारिक गतिविधियां तेजी से बढ़ेंगी।

यह भी पढ़े:
रविवार सुबह धड़ाम से गिरी सोने चांदी की कीमत, जाने 22 और 24 कैरेट सोने का भाव Sone Ka Bhav

किन जिलों से होकर गुजरेगा जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे?

यह एक्सप्रेसवे इन जिलों से होकर गुजरेगा:

  • जालोर
  • सिरोही
  • उदयपुर
  • चित्तौड़गढ़
  • बेगू
  • बिजौलिया
  • रावतभाटा
  • मोडक
  • चेचट
  • झालावाड़

इस परियोजना के पूरा होने के बाद इन क्षेत्रों में भूमि के दाम भी तेजी से बढ़ेंगे और नए निवेश के अवसर खुलेंगे।

राज्य में आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा

यह एक्सप्रेसवे राजस्थान के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, उद्योगों का विस्तार होगा और पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी। साथ ही, सड़क कनेक्टिविटी मजबूत होने से यात्रा का समय घटेगा और लॉजिस्टिक्स की लागत कम होगी।

यह भी पढ़े:
एमपी में हजारो लोगों की प्रॉपर्टी होगी कुर्क, नोटिस हुए जारी Property Seized

प्रोजेक्ट के फायदे:

  1. यात्रा समय की बचत – तेज गति से चलने वाले वाहनों के लिए एक्सप्रेसवे एक बेहतरीन ऑप्शन होगा।
  2. पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा – राजस्थान में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान होगा।
  3. वाणिज्यिक गतिविधियों में तेजी – व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए लॉजिस्टिक्स का खर्च कम होगा।
  4. रियल एस्टेट में उछाल – एक्सप्रेसवे के आसपास की जमीनों की कीमत बढ़ेगी।
  5. परिवहन सेवाओं में सुधार – माल ढुलाई और सार्वजनिक परिवहन को फायदा मिलेगा।