RBI Update: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में घोषणा की है कि वह जल्द ही 100 और 200 रुपये के नए नोट जारी करेगा। इन नए नोटों पर आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे। आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक पुनीत पंचोली ने मंगलवार को इस फैसले की जानकारी दी।
इस फैसले से लोगों में काफी उत्सुकता है क्योंकि पुराने नोटों की जगह नए नोटों के आने से आम जनता को यह समझना जरूरी हो जाता है कि क्या पुराने नोट मान्य रहेंगे या नहीं। इस आर्टिकल में हम आपको इस फैसले के पीछे की वजह, नए नोटों का डिजाइन, सुरक्षा विशेषताएं और इनके चलन में आने की तारीख से जुड़ी हर जरूरी जानकारी देंगे।
कैसा होगा नए 100 और 200 रुपये के नोटों का डिजाइन?
नए 100 और 200 रुपये के नोटों का डिजाइन पहले से मौजूद महात्मा गांधी (नई) सीरीज के नोटों के समान होगा। इसका मतलब यह है कि इन नोटों के रंग, पैटर्न और सुरक्षा फीचर्स पुराने नोटों की तरह ही रहेंगे।
आरबीआई ने साफ कर दिया है कि नए नोट जारी होने के बावजूद पुराने 100 और 200 रुपये के नोट भी मान्य रहेंगे। यानी यदि आपके पास पुराने नोट हैं, तो उन्हें बदलने या बैंक में जमा करने की कोई जरूरत नहीं होगी।
सुरक्षा फीचर्स होंगे पहले जैसे ही
नए नोटों में किसी भी एक्स्ट्रा सुरक्षा फीचर की जानकारी फिलहाल आरबीआई ने नहीं दी है। हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि ये नोट पुराने नोटों की तरह ही मजबूत सिक्योरिटी फीचर्स के साथ आएंगे, ताकि जालसाजी को रोका जा सके।
आमतौर पर आरबीआई जब नए नोट जारी करता है, तो उनमें कुछ छोटे-मोटे बदलाव कर सकता है, लेकिन इस बार ऐसा कोई बड़ा बदलाव नहीं किया जाएगा।
क्या पुराने नोट बंद हो जाएंगे?
नहीं, पुराने 100 और 200 रुपये के नोट बंद नहीं होंगे। आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि पहले जारी किए गए सभी नोट प्रचलन में बने रहेंगे और वैध मुद्रा माने जाएंगे।
इसका मतलब यह हुआ कि नए नोटों के आने के बाद भी आप अपने पुराने 100 और 200 रुपये के नोटों का उपयोग बिना किसी दिक्कत के कर सकते हैं।
क्यों लिया गया यह फैसला?
यह फैसला नकदी की आपूर्ति को बनाए रखने और बैंकिंग सिस्टम में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
नए गवर्नर के हस्ताक्षर वाले नोट जारी करना एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसे प्रत्येक नए गवर्नर के कार्यभार संभालने के बाद किया जाता है। इसी कारण संजय मल्होत्रा के गवर्नर बनने के बाद उनके हस्ताक्षर वाले नए नोट जारी किए जा रहे हैं।
इसके अलावा, नकली नोटों की समस्या को कम करने और बाजार में नए नोटों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए भी यह कदम उठाया गया है।
आरबीआई पहले भी कर चुका है इस तरह का फैसला
यह पहली बार नहीं है जब आरबीआई ने नए नोट जारी करने का फैसला किया है। इससे पहले भी जब कोई नया गवर्नर बनता है, तो उसके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए जाते हैं।
उदाहरण के तौर पर, इससे पहले जब शक्तिकांत दास आरबीआई के गवर्नर बने थे, तो उनके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए गए थे। अब संजय मल्होत्रा के कार्यभार संभालने के बाद यह प्रक्रिया दोबारा दोहराई जा रही है।
50 रुपये के नए नोट भी होंगे जारी
आरबीआई ने कुछ दिन पहले यह घोषणा की थी कि वह 50 रुपये के नए नोट भी जारी करेगा, जिन पर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे।
ये नोट भी महात्मा गांधी (नई) सीरीज के होंगे और इनका डिजाइन पहले से जारी 50 रुपये के नोटों के समान रहेगा।
आरबीआई ने साफ कर दिया है कि पहले से प्रचलन में मौजूद 50 रुपये के नोट भी पूरी तरह वैध मुद्रा बने रहेंगे।
नए नोट कब तक आएंगे बाजार में?
फिलहाल आरबीआई ने नए 100 और 200 रुपये के नोटों की लॉन्चिंग की कोई आधिकारिक तारीख नहीं बताई है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनों में ये नोट बैंक और एटीएम के जरिए जनता तक पहुंचने लगेंगे।
आमतौर पर जब आरबीआई नए नोट जारी करता है, तो वे चरणबद्ध तरीके से बाजार में आते हैं। यानी पहले इन्हें कुछ चुनिंदा बैंकों में भेजा जाएगा और फिर धीरे-धीरे यह सभी बैंकों और एटीएम में उपलब्ध हो जाएंगे।
क्या आम जनता को कोई कार्रवाई करनी होगी?
नहीं, आम जनता को इसके लिए कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। यदि आपके पास पुराने 100 और 200 रुपये के नोट हैं, तो आप उन्हें बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर सकते हैं।
नए नोटों के आने का मतलब यह नहीं है कि पुराने नोटों को बैंक में जमा करना होगा या उन्हें बदला जाएगा।
बाजार पर क्या असर पड़ेगा?
इस फैसले का बाजार पर सीधा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि पुराने नोट भी चलते रहेंगे।
हालांकि, नए नोटों के आने से बैंकों और एटीएम में नोटों की उपलब्धता बढ़ जाएगी, जिससे लोगों को नकदी निकालने में आसानी होगी।
इस फैसले से नकली नोटों की समस्या पर भी काबू पाया जा सकता है, क्योंकि नए नोटों में बेहतर सिक्योरिटी फीचर्स होने की संभावना है।