School Timing: हरियाणा शिक्षा विभाग ने सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के समय में बदलाव की घोषणा की है। अब सभी स्कूलों की नई टाइम टेबल सोमवार से लागू होगा। इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को मौसम के अनुसार आरामदायक समय प्रदान करना है, जिससे उनकी पढ़ाई और कार्य प्रभावी ढंग से हो सके।
नई टाइम टेबल के अनुसार School Timing
शिक्षा विभाग द्वारा जारी नए निर्देशों के अनुसार, अब सभी स्कूल सुबह 8:00 बजे खुलेंगे। एकल और डबल शिफ्ट वाले स्कूलों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है।
नई समय सारणी के तहत, एकल शिफ्ट वाले स्कूल सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक चलेंगे।
जबकि डबल शिफ्ट वाले स्कूलों की पहली शिफ्ट दोपहर 12:45 से शाम 6:15 तक होगी।
पहले एकल शिफ्ट वाले स्कूलों का समय 9:30 बजे से 3:30 बजे तक था, और
डबल शिफ्ट वाले स्कूलों का समय 7:55 से 12:30 बजे और 12:40 से 5:15 तक था।
टाइमिंग चेंज का कारण
हर साल मौसम के अनुसार स्कूलों के समय में बदलाव किया जाता है। इस साल भी शिक्षा विभाग ने यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों को अधिक अनुकूल और सुविधाजनक समय प्रदान करने के लिए लिया है। गर्मियों में ज्यादा तापमान को देखते हुए, सुबह के समय स्कूल का संचालन करना बच्चों और शिक्षकों के लिए लाभदायक होगा।
छात्रों और अभिभावकों को मिलेगी सुविधा
इस नए बदलाव से छात्रों और उनके अभिभावकों को कई फायदे मिलेंगे:
- सुबह की कक्षाएं जल्दी समाप्त होने से छात्रों को दोपहर में आराम का समय मिलेगा।
- डबल शिफ्ट वाले स्कूलों के छात्रों को लंबा ब्रेक मिलेगा, जिससे वे बेहतर तरीके से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे।
- गर्मियों में दोपहर की तेज धूप से बचाव होगा, जिससे छात्रों की सेहत पर पॉजिटिव असर पड़ेगा।
स्कूलों को मिली सूचना
शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को नई टाइम टेबल के संबंध में सूचना भेज दी है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि शिक्षकों और छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, पहले से ही इस बदलाव की जानकारी शेयर कर दी गई है।
टीचर कम्यूनिटी की राय
टीचर कम्यूनिटी का मानना है कि यह बदलाव उनकी कार्यशैली को बेहतर बनाएगा।
- सुबह जल्दी स्कूल समाप्त होने से शिक्षकों को अधिक समय मिलेगा, जिससे वे अपनी तैयारियों को बेहतर कर सकेंगे।
- डबल शिफ्ट वाले स्कूलों में शिक्षकों को पर्याप्त समय मिलेगा, जिससे वे छात्रों को अधिक ध्यान दे पाएंगे।
अन्य राज्यों में भी लागू हो सकता है यह मॉडल
हरियाणा सरकार द्वारा अपनाई गई यह नई नीति अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकती है। यदि यह मॉडल सफल रहा, तो अन्य राज्य भी इसी तरह अपने स्कूलों के समय में बदलाव कर सकते हैं।