School Holiday: तेलंगाना सरकार ने 14 फरवरी 2025 को शब-ए-बारात के अवसर पर वैकल्पिक अवकाश घोषित किया है. हालांकि यह अनिवार्य अवकाश नहीं है लेकिन संभावना है कि हैदराबाद और अन्य जिलों में कई स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. मुस्लिम समुदाय के लिए यह रात बहुत ही खास होती है इसलिए कई संस्थान अपने स्तर पर छुट्टी की घोषणा कर सकते हैं.
15 फरवरी को संत सेवालाल महाराज जयंती पर सरकारी अवकाश
तेलंगाना सरकार ने 15 फरवरी 2025 को संत सेवालाल महाराज की जयंती के उपलक्ष्य में सरकारी अवकाश घोषित किया है. संत सेवालाल महाराज विशेष रूप से बंजारा समुदाय के पूजनीय संत माने जाते हैं. इस दिन सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ कई निजी संस्थान और स्कूल भी बंद रह सकते हैं.
16 फरवरी को रविवार की साप्ताहिक छुट्टी
16 फरवरी 2025 को रविवार होने के कारण, स्वाभाविक रूप से स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश रहेगा. इस तरह, 14 से 16 फरवरी तक तेलंगाना के अधिकांश स्कूल बंद रहेंगे, जिससे छात्रों को तीन दिन की लगातार छुट्टी मिल जाएगी.
क्या है शब-ए-बारात?
शब-ए-बारात इस्लाम धर्म में एक महत्वपूर्ण रात मानी जाती है. इस रात को मुस्लिम समुदाय अपने पापों की माफी मांगता है और विशेष नमाज अदा करता है. इसे “मुक्ति की रात” भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन अल्लाह अपने भक्तों की दुआओं को कबूल करते हैं और उनके पापों को क्षमा करते हैं. इस अवसर पर मस्जिदों में रातभर इबादत होती है और लोग कब्रिस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों की कब्रों पर दुआ करते हैं.
संत सेवालाल महाराज कौन थे?
संत सेवालाल महाराज को बंजारा समुदाय के महान संत के रूप में जाना जाता है. उन्होंने समाज में सुधार लाने और नैतिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था. उनका जन्म 15 फरवरी को हुआ था, इसलिए इस दिन बंजारा समुदाय विशेष रूप से उत्सव मनाता है. तेलंगाना सरकार ने इस दिन को आधिकारिक अवकाश के रूप में मान्यता दी है.
छात्रों के लिए यह छुट्टियां क्यों हैं जरूरी?
तीन दिनों की इस लगातार छुट्टी का लाभ छात्र अपने अध्ययन और अन्य गतिविधियों के लिए उठा सकते हैं. कई छात्र इस दौरान अपने परिवार के साथ समय बिताने की योजना बना सकते हैं, जबकि कुछ परीक्षा की तैयारी में लग सकते हैं. वहीं, कई मुस्लिम परिवार शब-ए-बारात की इबादत और धार्मिक क्रियाकलापों में व्यस्त रहेंगे.
स्कूलों की छुट्टियों से अभिभावकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
तीन दिनों की छुट्टी से अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए अतिरिक्त देखभाल की जरूरत पड़ सकती है. कई माता-पिता इन छुट्टियों का उपयोग अपने बच्चों के साथ समय बिताने और उन्हें धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व समझाने के लिए कर सकते हैं.
सरकारी आदेश और स्कूल प्रशासन की प्रतिक्रिया
हालांकि 14 फरवरी को अवकाश अनिवार्य नहीं है, लेकिन कई स्कूलों ने इस दिन छुट्टी देने का फैसला किया है. सरकारी स्कूलों में 15 फरवरी को संत सेवालाल महाराज जयंती के चलते छुट्टी रहेगी, जबकि 16 फरवरी को रविवार होने के कारण स्कूल पहले से ही बंद रहेंगे.