VITA Sugar Free Products: हरियाणा सरकार में सहकारिता, कारागार, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने मंगलवार को घोषणा की कि वीटा अब शुगर फ्री उत्पाद बनाएगा. यह कदम मधुमेह पीड़ितों के लिए राहतभरा होगा. क्योंकि उन्हें गुणवत्ता युक्त उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने हरियाणा डेयरी विकास फेडरेशन को निर्देश दिया है कि वे वीटा उत्पादों की संख्या बढ़ाएं और उनकी ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान दें.
वीटा उत्पादों की गुणवत्ता पर होगा जोर
सहकारिता मंत्री ने हरियाणा डेयरी विकास फेडरेशन के अधिकारियों के साथ दो घंटे की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में वीटा उत्पादों की गुणवत्ता और उनकी बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए उत्पाद रेंज का विस्तार करने की योजना बनाई गई. उन्होंने कहा कि वीटा उत्पादों को आमजन के दिलों में जगह बनानी होगी, जिसके लिए गुणवत्ता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.
जींद प्लांट के घी की बढ़ती मांग
बैठक में चर्चा के दौरान यह सामने आया कि जींद प्लांट का घी लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहा है. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्लांट की उत्पादन क्षमता को बढ़ाया जाए और घी की ब्रांडिंग को मजबूत किया जाए. इसके अलावा, उन्होंने वीटा प्लांटों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश दिए, ताकि ग्राहकों को उत्पादों की पूरी जानकारी मिल सके.
करनाल में बनेगी अत्याधुनिक प्रयोगशाला
वीटा उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए करनाल में राष्ट्रीय डेयरी विकास प्रोजेक्ट के तहत एक राज्य स्तरीय प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी. यह प्रयोगशाला हरियाणा कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट हाउस, एग्रो मॉल करनाल में बनाई जाएगी.
- उद्देश्य: खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता की जांच को समय पर और तकनीकी रूप से सटीक बनाना.
- लाभ: लघु, सूक्ष्म और बड़े उद्यमियों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाने में मदद मिलेगी.
दूध उत्पादकों की सहूलियत का विशेष ध्यान
डॉ. अरविंद शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दूध उत्पादकों की सहूलियत का खास ध्यान रखा जाए. उन्होंने कहा कि उत्पादकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. इसके लिए फेडरेशन को अपनी कार्यशैली में सुधार करना होगा.
वीटा उत्पादों की ब्रांडिंग पर विशेष जोर
मंत्री ने कहा कि ब्रांडिंग किसी भी उत्पाद की सफलता का अहम हिस्सा होती है. वीटा उत्पादों की ब्रांडिंग को मजबूत करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे:
- डिजिटल मार्केटिंग: सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर वीटा की उपस्थिति बढ़ाई जाएगी.
- स्थानीय प्रचार: राज्य के विभिन्न जिलों में वीटा उत्पादों के प्रचार के लिए कैंपेन चलाए जाएंगे.
- डिस्प्ले बोर्ड: सभी वीटा प्लांटों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे, जिनमें उत्पादों की जानकारी दी जाएगी.
शुगर फ्री उत्पादों का बाजार में संभावित प्रभाव
शुगर फ्री उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए वीटा का यह कदम बेहद अहम है. मधुमेह पीड़ितों के लिए यह न केवल एक राहत होगी, बल्कि उन्हें स्थानीय स्तर पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद भी उपलब्ध होंगे.
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता: आज लोग स्वास्थ्य को लेकर अधिक सजग हो रहे हैं, और शुगर फ्री उत्पाद उनकी प्राथमिकता बन रहे हैं.
- प्रतिस्पर्धा में बढ़त: शुगर फ्री उत्पादों के जरिए वीटा अन्य डेयरी ब्रांड्स के मुकाबले अपनी पकड़ और मजबूत कर सकेगा.
वीटा की भविष्य की योजनाएं
बैठक में वीटा की आगे की योजनाओं पर भी चर्चा हुई.
- नई उत्पाद रेंज: दूध, दही, घी के अलावा नए उत्पाद जैसे फ्लेवर्ड मिल्क, लस्सी और पनीर को बाजार में उतारने की योजना है.
- एक्सपोर्ट पर फोकस: वीटा अपने उत्पादों को देश के बाहर भी पहुंचाने की तैयारी कर रहा है.
- ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान: ग्रामीण क्षेत्रों में वीटा उत्पादों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए विशेष रणनीति बनाई जाएगी.
वीटा हरियाणा की पहचान
हरियाणा में वीटा केवल एक डेयरी ब्रांड नहीं है, बल्कि यह राज्य की पहचान बन चुका है. गुणवत्ता और भरोसे के कारण यह राज्य के लोगों के बीच लोकप्रिय है.
- सामाजिक योगदान: वीटा ने राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
- स्थानीय उत्पादकों को लाभ: वीटा के जरिए हरियाणा के किसानों और दूध उत्पादकों को सीधा लाभ मिलता है.