Brazil Viatina-19 Cow: अगर आप सोचते हैं कि गायों की कीमतें कुछ लाखों में ही सिमटी होती हैं, तो वियाटिना-19 आपकी सोच को चुनौती देने के लिए मौजूद है. ब्राजील में पाई गई इस गाय की कीमत आश्चर्यजनक रूप से 40 करोड़ रुपए है, जिसने इसे दुनिया की सबसे महंगी गाय होने का गौरव प्रदान किया है. इस गाय की विशेषताएँ और क्षमताएँ इसे इतनी महत्वपूर्ण बनाती हैं कि निवेशकों ने इस पर करोड़ों खर्च करने में हिचकिचाहट नहीं की.
वियाटिना-19 की अनोखी खासियत
वियाटिना-19 को उसकी बर्फ जैसी सफेद काया और विशाल आकार के लिए जाना जाता है. यह नेलोर नस्ल की गाय है, जिसका वजन 1,101 किलोग्राम है, जो इसी नस्ल की अन्य गायों के औसत वजन का लगभग दोगुना है. इसकी आकर्षक सफेद फर, ढीली त्वचा, और कंधों पर स्पष्ट कूबड़ इसे न केवल देखने में सुंदर बनाते हैं बल्कि गर्म तापमान के अनुकूल बनाने में भी मदद करते हैं. यह गाय न केवल अपनी शारीरिक बनावट के लिए, बल्कि अपनी उत्कृष्ट प्रजनन क्षमता और अपनी संतानों में गुणों के हस्तांतरण की क्षमता के लिए भी मूल्यवान है.
अंतरराष्ट्रीय मंच पर वियाटिना-19 की उपलब्धियाँ
वियाटिना-19 ने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं, जिसमें “मिस साउथ अमेरिका” का खिताब भी शामिल है. यह प्रतियोगिता फोर्ट वर्थ, टेक्सास में आयोजित की गई थी और इसे गायों और बैलों के लिए मिस यूनिवर्स के समान माना जाता है. इस प्रतियोगिता में विश्वभर की गायें और बैल हिस्सा लेते हैं. वियाटिना-19 की यह उपलब्धियाँ उसकी विशेषताओं और मूल्य को और भी अधिक सिद्ध करती हैं.
ब्राजील से भारत का विशेष कनेक्शन
ब्राजील में वियाटिना-19 जैसी 80% गायें ज़ेबू नस्ल की होती हैं, जिनकी जड़ें भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के नेल्लोर जिले से हैं. इस नस्ल की गायों को 1800 के दशक में ब्राजील लाया गया था और इन्हें उनके प्रमुख “कूबड़” के लिए जाना जाता है. यह गाय मुख्य रूप से मांस के लिए पाली जाती है और इसकी विशेषताएं इसे अन्य नस्लों से अलग करती हैं.