Indian Railway New Rules: भारतीय रेलवे अपनी विशालता और सेवाओं के लिए जानी जाती है जहां यात्री चाहे जनरल डिब्बों में हों या एसी कोच में एक आरामदायक सफर का अनुभव कर सकते हैं. खासकर एसी कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों को रेलवे द्वारा बेड रोल (bed roll) दिया जाता है जिसमें दो चादर, एक कंबल, और एक तकिया शामिल होते हैं. ये सुविधाएं यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा में बहुत सहायक सिद्ध होती हैं.
सामान की चोरी
हालांकि, रेलवे द्वारा दी गई ये सुविधाएं कई बार यात्रियों को रास नहीं आतीं और ये सामान अक्सर चोरी हो जाता है. कई मामलों में यात्री इन चादरों, कंबलों और तकियों को अपने साथ घर ले जाते हैं, जिससे रेलवे स्टाफ को वित्तीय नुकसान और कठिनाई का सामना करना पड़ता है. यहां तक कि इनके खोने पर कभी-कभी स्टाफ की सैलरी से भी इसकी भरपाई की जाती है.
यात्री की जिम्मेदारियां और दंड के प्रावधान
एसी कोच में यात्रा करते समय यात्रियों को दी गई सुविधाओं का सम्मान करना चाहिए. यात्रा के अंत में इस सामान को सुरक्षित रूप से रेलवे स्टाफ को लौटाना या अपनी सीट पर छोड़ देना चाहिए. अगर कोई यात्री इसे चुराकर ले जाता है, तो रेलवे प्रॉपर्टी एक्ट, 1966 के तहत उस पर जुर्माना या जेल की सजा हो सकती है. पहली बार पकड़े जाने पर एक साल की सजा या 1000 रुपये तक का जुर्माना, और गंभीर मामलों में पांच साल तक की सजा संभव है.