Ration Card Update: भारत सरकार गरीब और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त या कम कीमत पर राशन देने के लिए नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (NFSA) के तहत सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत पात्र लोगों को राशन कार्ड जारी किया जाता है, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन हाल ही में सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है।
अगर आप भी राशन कार्डधारी हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। सरकार ने ई-केवाईसी (e-KYC) अनिवार्य कर दिया है, और जो लोग इसे तय डेडलाइन के भीतर पूरा नहीं करेंगे, उनका राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा। आइए जानते हैं कि ई-केवाईसी क्या है, यह क्यों जरूरी है, और इसे पूरा करने की प्रक्रिया क्या है।
राशन कार्ड क्यों जरूरी है?
भारत में अभी भी लाखों ऐसे परिवार हैं, जो अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए सरकारी योजनाओं पर निर्भर हैं। राशन कार्ड के माध्यम से सरकार गेहूं, चावल, दाल, चीनी, तेल जैसी आवश्यक चीजें सस्ते दामों पर या मुफ्त में उपलब्ध कराती है।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में भुखमरी को कम करना और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मदद पहुंचाना है।
- राशन कार्ड के जरिए गरीब और निम्न आय वर्ग के लोग सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
- इसे सरकार की पीडीएस (Public Distribution System) यानी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चलाया जाता है।
सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए जारी किया नया फरमान
हाल ही में सरकार ने सभी राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) करवाना अनिवार्य कर दिया है। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि राशन वितरण प्रणाली में फर्जीवाड़े को रोका जा सके और वास्तव में जरूरतमंद लोगों तक यह सुविधा पहुंचे।
- बहुत से लोग फर्जी राशन कार्ड के जरिए योजना का गलत इस्तेमाल कर रहे थे।
- कई मामलों में एक ही व्यक्ति के नाम पर एक से अधिक राशन कार्ड जारी हो गए थे।
- इस समस्या को हल करने के लिए सरकार ने बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और आधार लिंकिंग अनिवार्य कर दिया है।
ई-केवाईसी क्यों जरूरी है?
ई-केवाईसी का मतलब इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर (e-Know Your Customer) होता है। यह प्रक्रिया सरकार को यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि
- राशन कार्ड असली पात्र लोगों के पास है।
- राशन कार्ड फर्जी तरीके से किसी अन्य के नाम पर जारी नहीं किया गया है।
- सरकार की सहायता केवल उन लोगों तक पहुंचे, जिन्हें वास्तव में जरूरत है।
ई-केवाईसी नहीं कराने पर क्या होगा?
अगर राशन कार्ड धारकों ने 31 मार्च 2025 तक ई-केवाईसी नहीं करवाई, तो उनका राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि:
- वे सस्ते दरों पर या मुफ्त राशन नहीं ले पाएंगे।
- उनका राशन कार्ड सिस्टम से हटा दिया जाएगा।
- भविष्य में फिर से राशन कार्ड बनवाने के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना होगा।
कैसे करें ई-केवाईसी?
अगर आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, तो आप नजदीकी राशन वितरण केंद्र या ई-मित्र केंद्र पर जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। ई-केवाईसी कराने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:
1. आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक करें
- अपने आधार कार्ड की एक कॉपी और राशन कार्ड लेकर नजदीकी राशन दुकान पर जाएं।
- राशन दुकान में बायोमेट्रिक मशीन से आधार प्रमाणीकरण किया जाएगा।
2. बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन कराएं
- बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन) द्वारा यह पुष्टि की जाएगी कि राशन कार्ड सही व्यक्ति के नाम पर है।
- जिनके आधार कार्ड और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन मैच नहीं होते, उन्हें दोबारा प्रक्रिया करनी होगी।
3. मोबाइल नंबर अपडेट कराएं
- राशन कार्ड के साथ अपना मोबाइल नंबर लिंक करवाएं ताकि भविष्य में किसी भी सूचना के लिए एसएमएस मिल सके।
- ई-केवाईसी पूरा होते ही रजिस्टर्ड नंबर पर पुष्टि का मैसेज आएगा।
4. ऑनलाइन ई-केवाईसी कैसे करें?
अगर आप खुद से ऑनलाइन ई-केवाईसी करवाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
- राज्य सरकार की खाद्य आपूर्ति वेबसाइट पर जाएं।
- राशन कार्ड सेक्शन में ई-केवाईसी का विकल्प चुनें।
- आधार नंबर दर्ज करें और ओटीपी से वेरिफाई करें।
- बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करें (अगर आवश्यक हो)।
- सबमिट बटन दबाएं, और प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।