Petrol Pump Scam: भारत न केवल भिन्नताओं का देश है बल्कि यह दोपहिया वाहनों की सबसे बड़ी ग्लोबल मार्केट भी है. यहां की तेजी से बढ़ती हुई आबादी और विकासशील शहरीकरण के कारण दोपहिया वाहनों की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस बड़े बाजार में बाइक और स्कूटर दोनों की बिक्री में उच्च स्तरीय बढ़ोतरी देखने को मिलती है.
पेट्रोल भरवाने का तरीका
आमतौर पर भारतीय उपभोक्ता 100-200 रुपये का पेट्रोल अपने वाहनों में भरवाना पसंद करते हैं. हालांकि, इस तरह के छोटे ट्रांजेक्शन में छोटी मात्रा में पेट्रोल डालने की आदत से ठगी (fuel fraud) की संभावना बढ़ जाती है.
पेट्रोल पंपों पर ठगी की समस्या
डिजिटल मीटर वाली पेट्रोल मशीनों के जरिए ठगी करना काफी आसान होता है. कई बार छोटी रकम में पेट्रोल भरवाने पर नोजल को जल्दी निकाल लेने से पाइप में बचा हुआ पेट्रोल टैंक में वापस चला जाता है, जिससे उपभोक्ता को कम पेट्रोल मिलता है और उन्हें आर्थिक नुकसान (economic loss) होता है.
ठगी से बचने के उपाय
ठगी से बचने के लिए, उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे हमेशा गोल फिगर में पेट्रोल न भरवाएं बल्कि 115, 215, 315 रुपये जैसी अजीब संख्याओं में पेट्रोल डलवाएं. इसके अलावा, नोजल निकालने की प्रक्रिया पर ध्यान रखना चाहिए और सुनिश्चित करें कि नोजल पूरी तरह से निकलने के बाद ही पेट्रोल पंप से चलें.