Petrol Pump Cheat: भारत दुनिया का एक बड़ा दोपहिया वाहन बाजार है, जहां मोटरसाइकिल और स्कूटरों की बिक्री में हर साल वृद्धि होती जा रही है. इस विशाल बाजार में, वाहन चालक अक्सर छोटी रकम में पेट्रोल भरवाना पसंद करते हैं, जैसे कि 100-200 रुपये का. हालांकि क्या आप जानते हैं कि इस प्रकार का छोटी रकम में पेट्रोल भरवाना आपको ठगी का शिकार बना सकता है?
पेट्रोल पंप पर ठगी के आम तरीके
जब आप छोटी रकम में पेट्रोल भरवाते हैं, जैसे कि 100 या 200 रुपये, तो पेट्रोल पंप के कर्मचारी के पास आपको ठगने का मौका होता है. डिजिटल मीटर वाली मशीनें जल्दी से रकम बढ़ा देती हैं, लेकिन उतनी मात्रा में ईंधन नहीं देतीं. इसके अलावा, नोजल को तुरंत निकालने से पहले पेट्रोल पाइप में मौजूद रह जाता है, जिसे आपके टैंक में नहीं डाला जाता.
कैसे बचें इस ठगी से?
सबसे पहले, राउंड फिगर में पेट्रोल न भरवाएं. बजाय 100 या 200 रुपये के, 115 या 215 रुपये का पेट्रोल भरवाना बेहतर होता है. इससे पेट्रोल पंप के कर्मचारी को आपके साथ छेड़छाड़ करने में कठिनाई होती है. इसके अलावा, पेट्रोल भरते समय नोजल को ध्यान से देखें और सुनिश्चित करें कि सारा पेट्रोल आपके वाहन की टंकी में चला गया है.
उपभोक्ता अधिकार और कानूनी संरक्षण
अगर आपको लगता है कि पेट्रोल पंप पर आपसे ठगी हुई है, तो आप उपभोक्ता फोरम में शिकायत कर सकते हैं. भारतीय उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत, आपको उचित मात्रा में और गुणवत्ता के अनुरूप सेवा प्राप्त करने का अधिकार है.
भारत में दोपहिया वाहन उपभोक्ताओं को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर पेट्रोल पंप पर. सही जानकारी और थोड़ी सावधानी से वे ठगी से बच सकते हैं और अपने अधिकारों का संरक्षण कर सकते हैं.