Ration Card: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में 18,000 राशन कार्ड धारकों को बड़ा झटका लगा है। ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया पूरी न होने के कारण उनके राशन कार्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं। इसका सीधा असर उन परिवारों पर पड़ेगा, जो सरकारी उचित मूल्य की दुकानों से राशन प्राप्त करते हैं। अब ये कार्ड धारक अगले महीने से राशन नहीं ले सकेंगे।
राशन कार्ड को आधार से लिंक करना क्यों जरूरी है?
सरकार ने राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने और अपात्र लाभार्थियों को हटाने के लिए राशन कार्ड को आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। इसका उद्देश्य जरूरतमंद लोगों तक सही तरीके से सरकारी अनाज पहुंचाना है और फर्जी कार्डधारकों को पहचानना है। ऊना जिले में सरकार ने आधार सीडिंग का काम लगभग 99.99 प्रतिशत और मोबाइल सीडिंग का काम 96.6 प्रतिशत तक पूरा कर लिया है। ई-केवाईसी प्रक्रिया भी 98 प्रतिशत पूरी हो चुकी है, लेकिन 18,000 उपभोक्ताओं के राशन कार्ड अब भी आधार से लिंक नहीं हो पाए हैं।
फिंगरप्रिंट न मिलने और मोबाइल नंबर अपडेट न होने की समस्या
ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी न होने के पीछे कई कारण हैं। कई राशन कार्ड धारकों के फिंगरप्रिंट सिस्टम से मेल नहीं खा रहे हैं, जिससे उनका वेरिफिकेशन नहीं हो पा रहा है। कुछ लोगों के मोबाइल नंबर अपडेट नहीं हैं, जिससे उन्हें ओटीपी (OTP) प्राप्त नहीं हो रहा है। वहीं, कुछ कार्डधारकों के परिवार के सदस्यों, विशेष रूप से बच्चों के आधार कार्ड अपडेट नहीं हैं, जिससे उनकी ई-केवाईसी पेंडिंग पड़ी है।
पोस्ट ऑफिस और मिनी सचिवालय में लग रही लंबी लाइनें
ऊना जिले में बड़ी संख्या में लोग अपने आधार कार्ड अपडेट करवाने के लिए पोस्ट ऑफिस और मिनी सचिवालय पहुंच रहे हैं। वहां आधार अपडेट करवाने के लिए कूपन सिस्टम लागू किया गया है। हर दिन सुबह कूपन बांटे जाते हैं, लेकिन सीमित संख्या में कूपन उपलब्ध होने के कारण कई लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।
राशन कार्ड की ई-केवाईसी कैसे करें?
- ऑनलाइन प्रक्रिया (घर बैठे ई-केवाईसी करें) – राशन कार्ड धारक घर बैठे भी अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए एचपी पीडीएस (HP PDS) एप डाउनलोड करनी होगी। इसमें आधार नंबर भरकर ई-केवाईसी पूरी की जा सकती है।
- नजदीकी उचित मूल्य की दुकान (राशन डिपो) – जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या जिन्हें ऑनलाइन प्रक्रिया की जानकारी नहीं है, वे अपने नजदीकी राशन डिपो पर जाकर ई-केवाईसी करवा सकते हैं।
- आधार सेवा केंद्र या मिनी सचिवालय – यदि किसी व्यक्ति का आधार अपडेट करने की जरूरत हो, तो वे आधार सेवा केंद्र या मिनी सचिवालय में जाकर आधार अपडेट करवा सकते हैं।
हर दिन 500 से 600 राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी हो रही है
ऊना जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने ई-केवाईसी प्रक्रिया को तेज कर दिया है। विभाग ने बताया कि हर दिन 500 से 600 राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी की जा रही है। राशन कार्ड धारकों को जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करने की सलाह दी गई है, ताकि वे राशन से वंचित न रहें।
किन कारणों से राशन कार्ड ब्लॉक हुए?
- आधार कार्ड से लिंक न होना – कई लोगों ने अभी तक अपने राशन कार्ड को आधार से लिंक नहीं कराया है।
- फिंगरप्रिंट मिलान में समस्या – ई-केवाईसी करवाने गए लोगों के फिंगरप्रिंट मशीन में दर्ज नहीं हो पा रहे हैं।
- मोबाइल नंबर अपडेट न होना – जिनके आधार में पुराना मोबाइल नंबर लिंक है, वे ओटीपी नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं।
- परिवार के सदस्यों का आधार अपडेट न होना – खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के आधार कार्ड में गलतियां होने से उनका वेरिफिकेशन पेंडिंग पड़ा है।
- विदेश में रहने वाले परिवारजन – कुछ लोग विदेश में रह रहे हैं और उन्होंने अभी तक अपनी ई-केवाईसी नहीं करवाई है।
ऊना जिले में राशन वितरण आंकड़ा
ऊना जिले में कुल 1,42,252 राशन कार्ड धारक उचित मूल्य की दुकानों से राशन प्राप्त करते हैं। इनमें अलग-अलग श्रेणी के उपभोक्ता शामिल हैं:
- एपीएल (APL) – 82,253 कार्ड धारक
- बीपीएल (BPL) – 18,980 कार्ड धारक
- अंत्योदय अन्न योजना – 10,089 कार्ड धारक
- प्राथमिक गृहस्थियां – 30,930 कार्ड धारक
क्या राशन कार्ड दोबारा एक्टिव हो सकता है?
- ई-केवाईसी जल्द से जल्द पूरी करें – ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से ई-केवाईसी करवाकर राशन कार्ड फिर से एक्टिव कराया जा सकता है।
- यदि फिंगरप्रिंट नहीं मिलते तो दूसरा तरीका अपनाएं – जिनके फिंगरप्रिंट मशीन में नहीं मिल रहे हैं, वे आंखों की स्कैनिंग या अन्य ऑप्शनल तरीकों से वेरिफिकेशन करवा सकते हैं।
- मोबाइल नंबर अपडेट कराएं – जिनका मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है, वे नजदीकी आधार केंद्र पर जाकर इसे अपडेट कर सकते हैं।
- डिपो पर जाकर जानकारी लें – राशन कार्ड धारक अपने नजदीकी राशन डिपो पर जाकर पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।