Manjhawali Bridge: ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच सीधी कनेक्टिविटी के लिए मंझावली पुल का निर्माण लंबे समय से अधर में था। 2014 में शिलान्यास के बाद भी यह परियोजना कई वर्षों तक धीमी गति से चलती रही। 2018 में निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ी, और 2024 में पुल का निर्माण कार्य पूरा हुआ। इस पुल ने दोनों शहरों के बीच यात्रा को सुगम बनाने की दिशा में बड़ा कदम रखा है।
630 मीटर लंबे और चार लेन वाले इस पुल के निर्माण पर 122 करोड़ रुपये का खर्च आया है। पुल के निर्माण के साथ ही अब फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच एक नए मार्ग का निर्माण किया जा रहा है, जो मंझावली पुल को सीधा फरीदाबाद से जोड़ेगा।
जमीन अधिग्रहण की समस्या
ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने वाली इस सड़क के निर्माण में एक प्रमुख समस्या जमीन अधिग्रहण को लेकर थी। गौतमबुद्ध नगर में चार किलोमीटर के हिस्से का निर्माण जमीन अधिग्रहण न होने के कारण रुका हुआ था। अट्टा गुजरान गांव के पास इस सड़क को मंझावली पुल से जोड़ना है। किसानों और प्रशासन के बीच जमीन अधिग्रहण को लेकर मुआवजा दरों पर सहमति न बन पाने के कारण काम रुक गया था।
मुआवजा दरों पर बनी सहमति
जिला प्रशासन और किसानों के बीच लंबी बातचीत और कड़ी मशक्कत के बाद अंततः मुआवजा दरों पर सहमति बन गई है। किसानों को उनकी जमीन के लिए 3720 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से मुआवजा दिया जाएगा। लगभग 6.5 हेक्टेयर जमीन के लिए किसानों को 25 करोड़ रुपये मुआवजा राशि दी जाएगी।
जमीन खरीद
जमीन अधिग्रहण के लिए बैनामे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसका मतलब है कि किसान मुआवजा राशि लेकर सीधे प्रशासन को जमीन की रजिस्ट्री करेंगे। यह प्रक्रिया न केवल पारदर्शी होगी, बल्कि समय की भी बचत करेगी। इस प्रक्रिया से करीब 40 किसान प्रभावित होंगे, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उन्हें मुआवजा समय पर मिले।
ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच यातायात
मंझावली पुल और इस नई सड़क के निर्माण के बाद ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच यात्रा करना बेहद आसान हो जाएगा। अब तक लोगों को दिल्ली होकर फरीदाबाद जाना पड़ता था, जिससे यातायात जाम की समस्या का सामना करना पड़ता था। मंझावली पुल के जरिए यह यात्रा न केवल सुगम होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी।
दिल्ली और नोएडा में जाम की समस्या होगी कम
इस नई सड़क के शुरू होने से दिल्ली और नोएडा में यातायात जाम की समस्या कम होने की संभावना है। बड़ी संख्या में लोग, जो अब तक दिल्ली होकर फरीदाबाद जाते थे, वे इस नए मार्ग का उपयोग कर सकेंगे। इससे दिल्ली और नोएडा के यातायात का भार भी कम होगा।
मंझावली पुल की खासियत
- लंबाई और चौड़ाई: पुल की लंबाई 630 मीटर और चौड़ाई चार लेन है।
- निर्माण लागत: पुल के निर्माण पर 122 करोड़ रुपये का खर्च आया है।
- सुविधाएं: पुल को आधुनिक तकनीकों और सुरक्षा मानकों के साथ बनाया गया है।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच सीधी कनेक्टिविटी से क्षेत्रीय आर्थिक एक्टिवटी में तेजी आएगी। व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा, और स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा। इसके अलावा, इस परियोजना से आसपास के गांवों के विकास को भी गति मिलेगी।
किसानों के लिए अच्छा कदम
जमीन अधिग्रहण के दौरान किसानों को उचित मुआवजा देने का कदम प्रशासन की बढ़िया कदम को दर्शाता है। मुआवजा दरों पर सहमति बनाना आसान नहीं था, लेकिन प्रशासन और किसानों के बीच संवाद ने इस प्रक्रिया को सफल बनाया।
यात्रा का समय होगा कम
इस नई सड़क के शुरू होने से ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच यात्रा का समय घटकर केवल कुछ मिनटों में सिमट जाएगा। अभी तक, इस यात्रा को घंटों में तय करना पड़ता था।