Haryana New Highway: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से हरियाणा के पलवल तक का सफर जल्द ही और आसान होने वाला है। प्रशासन ने इस हाईवे के नवीनीकरण और चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हाईवे को चौड़ा करने के लिए अलीगढ़ जिले के 21 गांवों की भूमि अधिग्रहण की जा रही है। हाल ही में 17 गांवों के लिए मुआवजे की घोषणा की गई थी और अब 4 और गांवों के लिए अवार्ड तैयार कर लिया गया है।
600 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुआवजा
इस परियोजना के तहत 160 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि अधिग्रहण की जा रही है, जिसके लिए 600 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुआवजा दिया जाएगा। प्रशासन ने प्रभावित गांवों में शिविर लगाकर किसानों को मुआवजा वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही शेष 10 गांवों का अवार्ड भी घोषित कर दिया जाएगा।
एनएचएआई को ट्रांसफर हुआ प्रोजेक्ट
छह वर्ष पहले लोक निर्माण विभाग ने अलीगढ़ से पलवल मार्ग को फोरलेन में बदला था। इस 85 किलोमीटर लंबे मार्ग के निर्माण पर 552 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। बाद में इस मार्ग को लोक निर्माण विभाग ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को सौंप दिया। हालांकि, खैर-जट्टारी बाइपास का निर्माण नहीं हो सका, जिससे इन क्षेत्रों में जाम की समस्या बनी हुई थी।
2500 करोड़ रुपये की परियोजना
हाल ही में केंद्रीय स्तर पर इस हाईवे के चौड़ीकरण और नवीनीकरण का फैसला लिया गया है। इस परियोजना के लिए 2500 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है, जिसमें से 1500 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर खर्च किए जाएंगे। जिले के 31 गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
550 करोड़ रुपये का मुआवजा
पहले चरण में 17 गांवों के लिए 550 करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई थी। अब चार और गांवों के लिए 50 करोड़ रुपये के मुआवजे का अवार्ड घोषित किया गया है। जल्द ही अन्य गांवों के लिए भी इसी प्रकार मुआवजा घोषित किया जाएगा।
मुआवजा पाने वाले गांवों की सूची
इस परियोजना के तहत जिन गांवों के लिए मुआवजा दिया जाएगा, उनकी सूची इस प्रकार है:
- अर्राना
- उदयगढ़ी
- बांकनेर
- गनेशपुर
- नगला अस्सू
- उसरह रसूलपुर
- बुलाकीपुर
- चौधाना
- जरारा
- ऐंचना
- लक्ष्मणगढ़ी
- राजपुर
- रेसरी
- जलालपुर
- हीरपुरा
- खेड़िया बुजुर्ग
- इतवारपुर
- डोरपुरी
- श्यौराल
- हामिदपुर
- रसूलपुर
हाईवे चौड़ीकरण से कई जिलों को होगा फायदा
इस हाईवे के चौड़ीकरण से उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई जिलों को सीधा फायदा मिलेगा। दिल्ली-एनसीआर जाने वाले लोगों के लिए यह मार्ग और ज्यादा सुविधाजनक हो जाएगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, नया एक्सप्रेसवे टप्पल में यमुना एक्सप्रेसवे और पलवल में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के इंटरचेंज से जोड़ा जाएगा।
प्रमुख शहरों से जुड़ेगा हाईवे
इस हाईवे के चौड़ीकरण से अलीगढ़ से आगरा, मथुरा, दिल्ली, एनसीआर, ग्रेटर नोएडा, पलवल और गुरुग्राम तक का सफर सुगम होगा। यह हाईवे न केवल यातायात को सुचारू बनाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देगा।
लोगों के लिए विकास का अवसर
इस हाईवे परियोजना से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। भूमि अधिग्रहण के बाद लोकल लेवल पर निर्माण कार्य शुरू होगा, जिससे मजदूरों और ठेकेदारों को काम मिलेगा। साथ ही, हाईवे के आसपास के इलाकों में नए व्यापारिक अवसर भी विकसित होंगे।
बाइपास निर्माण से मिलेगा ट्रैफिक जाम से निजात
खैर-जट्टारी बाइपास के निर्माण से इस क्षेत्र में लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान होगा। वर्तमान में दोनों कस्बों में भारी वाहनों की आवाजाही के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है। बाइपास बनने के बाद इस समस्या से निजात मिलेगी।