Vande Bharat Train: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार के आम बजट में मिडिल क्लास को कई बड़ी सौगातें दी हैं। इसके अलावा, रेलवे सेक्टर में भी बड़े बदलावों की घोषणा की गई है। खासकर, वंदे भारत और वंदे मेट्रो जैसी हाईटेक ट्रेनों के परिचालन पर जोर दिया गया है। इस क्रम में टाटानगर से वाराणसी और टाटानगर से बिलासपुर के बीच दो नई वंदे भारत ट्रेनों के संचालन की घोषणा की गई है। इनके लिए बजट में आवश्यक फंड की व्यवस्था भी कर दी गई है।
टाटानगर-वाराणसी वंदे भारत ट्रेन की मांग पूरी
लंबे समय से टाटानगर से वाराणसी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग की जा रही थी। अब वित्त मंत्री के ऐलान के बाद यह मांग पूरी होती नजर आ रही है।
इससे पहले पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने रेलवे मंत्री और रेलवे बोर्ड से मुलाकात कर इस ट्रेन को पलामू के रास्ते चलाने की मांग रखी थी। उन्होंने प्रस्ताव दिया था कि यह ट्रेन टाटानगर से मुरी, रांची, टोरी, डालटनगंज, डिहरी, दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन होते हुए वाराणसी तक चलाई जाए। हालांकि, रेलवे की रिपोर्ट के अनुसार, इस रूट पर अभी कोई लास्ट फैसला नहीं लिया गया है।
सफर होगा आसान
वंदे भारत एक्सप्रेस के इस नए रूट से यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा। वर्तमान में, टाटानगर से वाराणसी और बिलासपुर के बीच कोई सुपरफास्ट ट्रेन इस तरह की तेज सेवा प्रदान नहीं कर रही है।
इससे पहले, रांची-पटना रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू की गई थी, जिसे यात्रियों से बेहतरीन रिएक्शन मिला। इसी तरह, नई वंदे भारत ट्रेनें भी इन शहरों के बीच सफर को आसान बनाएंगी और ट्रैवल टाइम को कम करेंगी।
वाराणसी से टाटानगर रूट की मौजूदा ट्रेनें
टाटानगर से वाराणसी की दूरी लगभग 578 किलोमीटर है और इस रूट पर फिलहाल कई ट्रेनें चल रही हैं। इनमें प्रमुख ट्रेनें हैं:
- नीलांचल एक्सप्रेस
- शालीमार-गोरखपुर एक्सप्रेस
- जलियावाला बाग एक्सप्रेस
- पुरुषोत्तम एक्सप्रेस (टाटानगर से दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन तक)
- भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस
- उड़ीसा संपर्कक्रांति एक्सप्रेस
इनमें से कुछ ट्रेनें साप्ताहिक हैं, जिससे यात्रियों को हर दिन यात्रा की सुविधा नहीं मिल पाती। वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने से यात्रियों को रोजाना सुपरफास्ट ट्रेन सेवा का फायदा मिलेगा।
वंदे भारत ट्रेन के फायदे
- तेज गति: वंदे भारत एक्सप्रेस 160-180 किमी प्रति घंटे की गति से चलने में सक्षम है।
- बेहतर सुविधा: यात्रियों को वातानुकूलित कोच, आरामदायक सीटें और अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
- कम यात्रा समय: वर्तमान में इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों की तुलना में वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रा का समय लगभग 30-40% तक कम कर सकती है।
- हर दिन उपलब्धता: अन्य ट्रेनों के साप्ताहिक होने की वजह से यात्रियों को परेशानी होती है, लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस रोजाना सेवा देने में सक्षम होगी।
- सिक्युरिटी: ट्रेन में CCTV कैमरे, ऑटोमेटिक डोर और आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
टाटानगर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
बिलासपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस की घोषणा भी बजट में की गई है। टाटानगर और बिलासपुर के बीच मौजूदा ट्रेनों में:
- समता एक्सप्रेस
- गोंडवाना एक्सप्रेस
- हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस
- दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस शामिल हैं।
हालांकि, इनमें से कुछ ट्रेनें लंबी दूरी की हैं और नियमित रूप से उपलब्ध नहीं होतीं। वंदे भारत ट्रेन शुरू होने से दोनों शहरों के बीच यात्रा अधिक सुविधाजनक हो जाएगी।
रेलवे का आधुनिकीकरण और बजट
इस बजट में रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए भी कई घोषणाएं की गई हैं। इसमें:
- 200 नई वंदे मेट्रो ट्रेनें चलाने की योजना
- रेलवे ट्रैक के अपग्रेडेशन के लिए खास फंड
- सुरक्षा और संरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए तकनीकी सुधार शामिल हैं।