नोएडा-गाजियाबाद से 3 घंटे में होगा देहरादून का सफर, यूपी के इस जिले से निकलेगा नया एक्सप्रेसवे UP New Expressway

UP New Expressway: गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा से देहरादून की यात्रा अब और आसान होने जा रही है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के बाद, एक और महत्वपूर्ण परियोजना को फिर से चालू करने की मंजूरी मिल गई है। 11 साल से ठंडे बस्ते में पड़ी अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेसवे परियोजना पर अब फिर से काम शुरू किया जा रहा है।

2013 में हुई थी परियोजना की शुरुआत

दरअसल, नोएडा और ग्रेटर नोएडा को सीधे देहरादून से जोड़ने के लिए 2013 में अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेसवे परियोजना की शुरुआत की गई थी। लेकिन विभिन्न कारणों से इस परियोजना पर काम बंद हो गया था। अब इस परियोजना को फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है, जिससे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

किसे मिलेगा सीधा फायदा?

अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेसवे से सबसे अधिक लाभ उन लोगों को मिलेगा जो गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा से मेरठ, मुजफ्फरनगर, देवबंद होते हुए देहरादून तक यात्रा करते हैं। यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को काफी कम कर देगा और सड़क पर भीड़ को भी कंट्रोल करेगा।

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147.8 किलोमीटर लंबा होगा नया एक्सप्रेसवे

यह एक्सप्रेसवे कुल 147.8 किलोमीटर लंबा होगा और आठ लेन का बनाया जाएगा। इससे यात्रा की सुगमता बढ़ेगी और ट्रैफिक की समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी। एक्सप्रेसवे के दोनों ओर लॉजिस्टिक सेवाओं के लिए छह स्थानों पर भूमि विकसित की जाएगी। इससे स्थानीय व्यवसायों को भी काफी फायदा होगा।

परियोजना पर कितना खर्च होगा?

अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 87 सौ करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सीमा के पास बुलंदशहर के सनौता पुल से शुरू होकर मुजफ्फरनगर के पुरकाजी तक जाएगा। यह गंगा नहर के किनारे बनेगा, जिससे नहर के आसपास पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

पर्यटन और जल खेलों को मिलेगा बढ़ावा

यह एक्सप्रेसवे केवल सड़क यातायात के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यटन और जल गतिविधियों के लिए भी लाभदायक साबित होगा। इस परियोजना के अंतर्गत नहर के आसपास जल पर्यटन और वॉटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही, सात स्थानों पर पनबिजली प्लांटों का विस्तार किया जाएगा, जिससे ऊर्जा उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।

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लिंक एक्सप्रेसवे भी जोड़े जाएंगे

अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेसवे को अन्य प्रमुख मार्गों से जोड़ने के लिए कई लिंक एक्सप्रेसवे भी प्रस्तावित किए गए हैं।

  • मेरठ एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी: दक्षिण-पश्चिम मेरठ को प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के जरिए मेरठ एयरपोर्ट और प्रस्तावित डीएफसी टर्मिनल से जोड़ा जाएगा। इसके लिए 23.5 किमी लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।
  • पुरकाजी से देवबंद तक लिंक एक्सप्रेसवे: पुरकाजी से देवबंद तक एक और लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, जिससे यात्रा और भी सुगम हो जाएगी।
  • एनएच 24 से कनेक्टिविटी: यह एक्सप्रेसवे एनएच 24 के नजदीक से गुजरने वाले अन्य एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए डासना फॉल के पास 3.5 किमी लंबा लिंक एक्सप्रेसवे तैयार किया जाएगा।

इस एक्सप्रेसवे के फायदे

  1. यात्रा का समय घटेगा: गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा से देहरादून की यात्रा में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा।
  2. पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा: एक्सप्रेसवे के किनारे पर्यटन और जल क्रीड़ा गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
  3. बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी: पनबिजली संयंत्रों के विस्तार से बिजली उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
  4. व्यापार और लॉजिस्टिक्स का विस्तार: एक्सप्रेसवे के किनारे लैंड पार्सल विकसित करने से व्यापार और लॉजिस्टिक्स को मजबूती मिलेगी।
  5. सड़क सुरक्षा में सुधार: एक्सप्रेसवे के निर्माण से यातायात सुगमता बढ़ेगी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।