Eletricity Chori: हरियाणा के गांवों में बिजली चोरी की समस्या बेहद गंभीर है जहां बिजली चोरी का प्रतिशत शहरों की तुलना में दोगुना होता है. जबकि शहरी क्षेत्रों में यह दर लगभग 25% है, ग्रामीण क्षेत्रों में यह 50% तक पहुँच जाती है. इस अंतर का मुख्य कारण नियंत्रण में कमी और प्रभावी निगरानी का अभाव है.
ट्रांसफार्मर फेल्योर और वितरण समस्याएँ
बिजली चोरी के कारण न केवल राजस्व की हानि होती है बल्कि इसके प्रभाव से ट्रांसफार्मर फेल्योर जैसी तकनीकी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं. इससे बड़े पैमाने पर बिजली कटौती होती है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित होता है. उत्तर और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा कई क्षेत्रों में नए ट्रांसफार्मर स्थापित किए गए हैं, फिर भी समस्या बनी हुई है.
एटीएंडसी लॉस और उसके परिणाम
हरियाणा में बिजली चोरी के कारण एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल (AT&C) नुकसान काफी अधिक है, जो कि 12.37% तक पहुंच गया है. इससे बिजली वितरण निगमों की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है और बिजली की आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है.
निगमों द्वारा उठाए जा रहे कदम
हरियाणा की बिजली वितरण निगमों ने बिजली चोरी रोकने के लिए कई उपाय किए हैं. जैसे कि स्मार्ट मीटर की स्थापना, सख्त निगरानी और ट्रांसफार्मरों का उन्नयन. ये सभी प्रयास चोरी को कम करने के लिए और वितरण प्रणाली को और अधिक कुशल बनाने के लिए किए जा रहे हैं.