Haryana School: हरियाणा के जींद जिले के कई राजकीय स्कूलों में शिक्षक सरकारी आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। सरकार ने स्कूलों में बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य की हुई है, लेकिन कई शिक्षक अभी भी इस प्रणाली का पालन नहीं कर रहे। स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी स्कूलों में बायोमेट्रिक हाजिरी को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन शिक्षकों की अनदेखी के कारण यह व्यवस्था सही ढंग से लागू नहीं हो पा रही है।
मैनुअल रजिस्टर का उपयोग
जींद जिले में कुल 724 राजकीय स्कूल हैं, जिनमें लगभग 8,000 से अधिक टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ कार्यरत हैं। सरकार ने इन सभी शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य कर दी है। इसके बावजूद, कई शिक्षक इस प्रणाली को अपनाने से बच रहे हैं और तकनीकी खराबी का बहाना बनाकर मैनुअल रजिस्टर में हाजिरी दर्ज कर रहे हैं।
तकनीकी खराबी बनी बायोमेट्रिक हाजिरी से बचने का बहाना
शिक्षकों का कहना है कि कई स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीनें रिचार्ज खत्म होने या अन्य तकनीकी खराबियों के कारण काम नहीं कर रही हैं। कई स्कूल प्रबंधन इन मशीनों का दोबारा से रिचार्ज नहीं करवा रहे, जिससे शिक्षकों को मैनुअल हाजिरी दर्ज करने का ऑप्शन मिल जाता है।
मैनुअल हाजिरी में पारदर्शिता की कमी
मैनुअल हाजिरी में शिक्षकों के स्कूल में आने और जाने का कोई सटीक रिकॉर्ड नहीं रहता। कई मामलों में यह भी देखने को मिला है कि शिक्षक अनुपस्थित रहते हुए भी हाजिरी रजिस्टर में दर्ज कर लेते हैं। सरकार इस लापरवाही को गंभीरता से ले रही है और इसे पूरी तरह रोकने के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी को अनिवार्य करने पर जोर दे रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी बीईओ को जारी किया पत्र
जींद जिले की जिला शिक्षा अधिकारी सुमित्रा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को पत्र जारी कर स्कूल मुखियाओं और शिक्षकों को बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नॉन-टीचिंग स्टाफ को भी बायोमेट्रिक हाजिरी लगाना अनिवार्य किया गया है।
खराब मशीनों की मरम्मत और नई मशीनों की व्यवस्था के निर्देश
जिला शिक्षा अधिकारी सुमित्रा ने स्पष्ट किया कि जहां भी बायोमेट्रिक मशीनें खराब पड़ी हैं या किसी कारण से बंद हैं, उन्हें जल्द से जल्द चालू करवाया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
सरकार की सख्ती से शिक्षकों की जिम्मेदारी तय होगी
हरियाणा सरकार ने साफ कर दिया है कि शिक्षकों की उपस्थिति में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी जरूरी है। सरकार की इस सख्ती से शिक्षकों और स्कूल प्रशासन की जवाबदेही तय होगी, जिससे शिक्षा प्रणाली में सुधार होगा।
कुछ समस्याओं का किया जिक्र
शिक्षकों का कहना है कि कुछ जगहों पर बिजली की समस्या या इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी के कारण बायोमेट्रिक हाजिरी लगाना मुश्किल हो जाता है। वहीं, कुछ स्कूलों में पुरानी मशीनें धीमी गति से काम करती हैं, जिससे शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शिक्षा विभाग की कार्रवाई
शिक्षा विभाग ने हर स्कूल के लिए अलग-अलग रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है, जिसमें यह दर्ज किया जाएगा कि कौन से स्कूलों में बायोमेट्रिक हाजिरी सही से लग रही है और कहां पर इसमें लापरवाही बरती जा रही है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।