OYO Hotel Rules: हमारे देश में कई फाइव स्टार (Five Star Hotel in India) और सेवन स्टार होटल मौजूद हैं, जहां उद्योगपति, राजनेता और बड़े फिल्मी सितारे ठहरते हैं। लेकिन भारत में लगभग 80% लोग मिडिल क्लास (Oyo for Middle Class) से आते हैं, जिनके लिए इन आलीशान होटलों में ठहरना एक सपना ही होता है।
मिडिल क्लास के लिए ओयो का बढ़ता असर
मिडिल क्लास के लोगों के लिए ओयो (OYO Rooms) एक बेहतरीन ऑप्शन बनकर उभरा है। यह किफायती दरों पर होटल में रुकने की सुविधा देता है, खासकर उन कपल्स के लिए जो बिना किसी परेशानी के ठहरना चाहते हैं। हाल ही में ओयो ने अपने नियमों में कुछ बदलाव किए हैं, जिससे अनमैरिड कपल्स को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
ओयो की चेक-इन पॉलिसी में आया बदलाव
ओयो ने अपनी नई चेक-इन पॉलिसी (OYO Check-in Policy) में बदलाव किया है, जिससे अनमैरिड कपल्स के लिए होटल बुकिंग में दिक्कतें बढ़ सकती हैं। हालाँकि, भारतीय कानून (Indian Law for Unmarried Couples) के अनुसार, 18 साल की उम्र के बाद व्यक्ति को वयस्क माना जाता है और उसे कहीं भी ठहरने का अधिकार प्राप्त है। यह अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत संरक्षित है, जिसमें व्यक्ति की निजता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की गारंटी दी गई है।
पुलिस नहीं कर सकती कपल्स को गिरफ्तार
भारतीय संविधान में कपल्स (OYO Rules for Couples) के सभी अधिकार सुरक्षित हैं। यदि कोई लड़का और लड़की आपसी सहमति से एक साथ ठहर रहे हैं, तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकती। कई कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कोई लड़की बाद में कोई गंभीर आरोप लगाती है या बयान बदलती है, तो मामला अदालत में जा सकता है।
मद्रास हाईकोर्ट ने अनमैरिड कपल्स पर दिया था ऐतिहासिक फैसला
2019 में मद्रास हाई कोर्ट (Madras High Court on Unmarried Couples) ने स्पष्ट किया था कि अन्मैरीड कपल्स का होटल में ठहरना गैरकानूनी नहीं है और इसे अपराध नहीं माना जा सकता। इससे पहले, 2009 में दिल्ली हाई कोर्ट और 2013 में भी मद्रास हाई कोर्ट ने यही फैसला सुनाया था।
ओयो में ठहरने वालों को होनी चाहिए कानूनी जानकारी
जो भी लोग ओयो (OYO Hotels) में ठहरना चाहते हैं, उन्हें भारतीय संविधान और लिव-इन या वयस्क कपल्स से जुड़े कानूनों की जानकारी होनी चाहिए। वयस्कता साबित करने के लिए पहचान पत्र दिखाना और होटल में दोनों व्यक्तियों के दस्तावेज जमा करना आवश्यक है। यह न केवल होटल प्रशासन के लिए अनिवार्य है, बल्कि होटल में ठहरने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
समाज में बदलाव की जरूरत
भले ही कानून वयस्क जोड़ों को सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन भारतीय समाज में अभी भी इस मुद्दे को लेकर रूढ़िवादी सोच देखने को मिलती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अब समय आ गया है कि समाज इन पुराने विचारों को छोड़कर वयस्कों की निजता और स्वतंत्रता का सम्मान करे। यह न केवल एक संवैधानिक अधिकार है बल्कि एक प्रगतिशील समाज की निशानी भी है।