Distance Stones: सड़क यात्रा के दौरान आपने सड़क के किनारे लगे हुए पीले-हरे पत्थरों को अवश्य देखा होगा, जो यात्रियों को आगे आने वाले शहरों की दूरी की जानकारी देते हैं. इन पत्थरों को आमतौर पर मील के पत्थर कहा जाता है. ये पत्थर न केवल दूरी बताने का काम करते हैं, बल्कि वे यात्रियों को रास्ते में उनकी सही स्थिति का भी अहसास कराते हैं.
मील के पत्थर क्या होते हैं?
मील के पत्थर सड़क के किनारे लगाए जाने वाले ऐसे पत्थर होते हैं, जो सड़क पर चलने वालों को उनके स्थान और गंतव्य तक पहुँचने की दूरी की जानकारी देते हैं. ये पत्थर आमतौर पर सीमेंट या पत्थर (cement or stone materials) से बने होते हैं और उन पर सफेद पेंट से दूरी और दिशा-निर्देश लिखे होते हैं. ये पत्थर सड़क सुरक्षा और मार्गदर्शन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं.
मील के पत्थरों के रंग का मतलब
इन मील के पत्थरों के विभिन्न रंगों का अपना विशेष महत्व होता है. जैसे कि पीला रंग राष्ट्रीय राजमार्गों (national highways), हरा रंग राज्य मार्गों (state highways) को दर्शाता है, और अन्य रंग जिला या गांव की सड़कों को इंगित करते हैं. इन रंगों की पहचान करना यात्रियों के लिए अपने मार्ग की योजना बनाने में सहायक होता है.
ऐतिहासिक और आधुनिक महत्व
मील के पत्थरों का इतिहास काफी पुराना है. प्राचीन काल में ये पत्थर यात्रियों और व्यापारियों को उनके गंतव्य की दूरी बताने के लिए उपयोग किए जाते थे. आज के आधुनिक समय में भी, इनका महत्व कम नहीं हुआ है. इन पत्थरों की मदद से ड्राइवर्स और यात्रियों को उनके मार्ग की सही और सटीक जानकारी मिलती रहती है.